वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) ने उनको चार साल के लिए बैन कर दिया है। वाडा ने कहा कि रूस पर आरोप था कि वह डोप टेस्ट के लिए अपने खिलाड़ियों के गलत सैम्पल भेज रहा है और यह बात वास्तव में थी। इस निर्णय के बाद रूस टोक्यो ओलम्पिक के अलावा 2022 के कतर वर्ल्ड कप में भी हिस्सा नहीं ले पाएगा। इससे पहले विंटर ओलम्पिक और पैरालंपिक खेलों में भी रूस की हिस्सा नहीं ले पाएगा।
वाडा के बारह सदस्यीय पैनल ने इस सम्बन्ध में निर्णय लेते हुए रूस को प्रतिबंधित करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया। उनके जो एथलीट डोपिंग में शामिल नहीं हैं, वे तटस्थ रूप से किसी टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के योग्य होंगे। इसके अलावा रूस के सभी एथलीट अब चार साल तक के लिए बैन रहेंगे।टोक्यो ओलम्पिक अगले साल शुरू होना है और उससे पहले रूस के लिए एक बुरी खबर आई है।
कुछ सालों से वाडा को रूस की मॉस्को लैब का डाटा सही नहीं लग रहा था। इसको लेकर वाडा ने रूस को 2016 के रियो ओलम्पिक खेलों में बैन करने की सिफारिश की थी। उस समय वर्ल्ड ओलम्पिक समिति ने इस बात को नकार दिया था, तब रूस को ओलम्पिक में भाग लेने का मौका मिल गया था।
इतने लम्बे समय तक प्रतिबन्ध के बाद रूस की साख विश्व भर में खराब हुई है। रूस ने हाल ही में अपने देश में फुटबॉल वर्ल्ड कप की सफल मेजबानी की थी।