सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं और उनके द्वारा बनाये इतिहास को बदल पाना शायद मौजूदा क्रिकेटरों की बात नहीं हैं। अपने खेल और व्यवहार के दम पर उन्होंने कई वर्षों तक लोगों के दिल पर राज किया है। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से अलविदा कहने के बाद आईपीएल में अपने अनुभव का लाभ दिया। साथ ही उन्होंने अपनी आत्मकथा‘ प्लेइंग इट माई वे’ लिखी। वो राज्य सभा के नामित सदस्य भी रहे। उन्होंने बुनियादी विकास और जरूरतों को पूरा करने के लिए एक गांव भी गोद लिया। वे इंडियन सुपर लीग में केरला ब्लास्टर्स के मालिक रहे। इसके साथ ही कई सामाजित कार्यों में भी सक्रीय हैं। सचिन ने 1989 में महज 16 साल की उम्र में पाकिस्तान के खिलाफ अपने करियर की शुरुआत की थी।