23 जुलाई 2021 से जापान की राजधानी टोकियो में 'Tokyo Olympic 2020' का आगाज़ हो चुका है। इसके साथ ही ओलंपिक से जुड़े विवादों का भी। ओलंपिक निशानेबाजी में भारतीय खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन अफ़सोस निशानेबाज़ी में खिलाड़ियों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा।
ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के निराशाजनक प्रदर्शन को देखते हुए राष्ट्रीय राइफल संघ ने कोचिंग स्टाफ़ को बदलने का निर्णय लिया है। ऐसा पहली दफ़ा नहीं है, जब ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों का ख़राब प्रदर्शन देखने को मिला। रियो ओलंपिक 2016 में भी भारतीय निशानेबाजों ने टोक्यो ओलंपिक की तरह ही निराश किया था। कहा जा रहा है कि टीम में चल रही गुटबाज़ी की वजह से टोक्यो ओलंपिक में खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये।
गुटबाज़ी की ख़बरों के बीच मनु भाकर और जसपाल राणा के बीच चल रहा विवाद भी सुर्खियों में रहा। एनआरएआई के प्रमुख रनिंदर सिंह ने विवाद को लेकर कई खु़ुलासे भी किये हैं। रिपोर्ट के अनुसार, मनु भाकर और जसपाल राणा के बीच काफ़ी पहले से विवाद चल रहा था। लगभग तीन महीने पहले मनु भाकर ने दिल्ली में आयोजित हुए 25 मीटर पिस्टल इवेंट में हिस्सा लिया था। इंवेट में उनके कोच जसपाल राणा भी मौजूद थे। उन्होंने वाइट रंग की टी-शर्ट पहनी हुई थी। जिस पर एक मैसेज भी लिखा हुआ था। टी-शर्ट पर ये संदेश ख़ुद मनु भाकर ने लिखा था।
मनु भाकर ने कोच की टी-शर्ट पर लिखा हुआ था कि 'मिल गई ना खु़शी। आपको और अभिषेक को मुबारक हो। अपना इगो मुबारक हो।' इस इंवेट में मनु भाकर चिंकी यादव से हार गईं थीं। अब ओलंपिक में किये गये निराशाजनक प्रदर्शन के बाद ये घटना फिर से सुर्खियों में है। एनआरएआई को उम्मीद थी कि मनु भाकर ओलंपिक में पदक लायेंगी। इसी उम्मीद के साथ पूर्व निशानेबाज और कोच रौनक पंडित को मनु भाकर की ट्रेनिंग की ज़िम्मेदारी दी गई।
रनिंदर सिंह का कहना है कि जसपाल राणा चाहते थे कि मनु को ओलंपिक के तीन इवेंट में न उतारा जाये। राणा के निगेटिव व्यवहार को देखते हुए मनु भाकर और उनका परिवार काफ़ी आहत था। रनिंदर सिंह ने कहा कि उन्हें ख़ुद राणा का अजीबोग़रीब रवैया ठीक नहीं लगा, क्योंकि वो हमेशा चयन के हिसाब से फ़ैसला लेते थे।
इन्हीं सब बातों को मद्देनज़र रखते हुए कोचिंग और सहयोगी सदस्यों के बदलाव की बात की गई है। ओलंपिक में राइफ़ल और पिस्टल निशानेबाजों का ख़राब प्रदर्शन चिंता का विषय है, जिस पर सोच विचार करना आवश्यक है।