Swapnil Kusale Bronze Medal in Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 के छठे दिन यानी कि 1 अगस्त 2024 को भारत के स्टार शूटर स्वप्निल सिंह ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन इवेंट में शानदार खेल दिखाते हुए भारत के लिए ओलंपिक 2024 का तीसरा मेडल जीता। उन्होंने इस इवेंट में भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता है। स्वप्निल के लिए यहां तक का सफर आसान नहीं रहा। वह भारत के एक छोटे से गांव के नाता रखते हैं, लेकिन उन्होंने आज जो काम देश के लिए करके दिखाया है वह हर किसी के बस की बात नहीं है। 28 साल के स्वप्निल की कहानी बहुत हद तक भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर खिलाड़ी एमएस धोनी से मिलती है।
ओलंपिक डेब्यू में किया कमाल
भारतीय शूटर स्वप्निल कुसाले महाराष्ट्र के कोल्हापुर में स्थित कंबलवाडी गांव के रहने वाले हैं। वह साल 2012 से भारत के लिए बड़े मंचों पर शूटिंग कर रहे हैं। हालांकि ये उनका पहला ओलंपिक खेल है। जहां उन्होंने डेब्यू के साथ ही अपनी छाप छोड़ दी है। अब आप सोच रहे होंगे कि भला स्वप्निल की कहानी एमएस धोनी से कैसे मिलती है तो, आइए इसके बारे में हम आपको बताते हैं।
एमएस धोनी को मानते हैं आदर्श
दरअसल स्वप्निल कुसाले सेंट्रल रेलवे में साल 2015 से काम कर रहे हैं। एमएस धोनी भी रेलवे में टिकट कलेक्टर का काम किया करते थे। उसी प्रकार वह भी ट्रल रेलवे में टिकट कलेक्टर हैं। स्वप्निल कुसाले एमएस धोनी को अपना प्रेरणा स्रोत मानते हैं। आज उन्होंने एमएस धोनी की तरह ही देश का नाम बड़े मंच पर ऊंचा कर दिया है। स्वप्निल कुसाले से इस भारत को काफी उम्मीदें भी थी वह उस पर खरे भी उतरे। उन्होंने किसी को निराश नहीं किया।
स्वप्निल के पास नहीं थे पैसे!
स्वप्निल कुसाले के परिवार के बारे में बात करें तो उनके पिता और भाई शिक्षक हैं और उनकी मां सरपंच हैं। बचपन में उनके सामने 2 खेलों में से कोई एक खेल को चुनना था। जहां उन्होंने शूटिंग में जाने का फैसला लिया। मगर जब वह जूनियर लेवल पर खेल रहे थे तो, उनके पास गोलियां खरीदने तक के पैसे नहीं हुआ करते थे। आपको बता दें कि स्वप्निल एशियन गेम्स 2022 में गोल्ड मेडल देश के लिए जीत चुके हैं।