India First Olympic Participation And Medal : भारत ने अभी तक ओलंपिक में ज्यादा मेडल नहीं जीते हैं। अगर हम ओलंपिक में भारत के ओवरऑल परफॉर्मेंस की बात करें तो अभी तक भारत ने 24 ओलंपिक खेल में कुल 35 मेडल अपने नाम किए हैं। टोक्यो ओलंपिक 2020 भारत के लिए सबसे बेहतरीन रहा था। भारतीय खिलाड़ियों ने सबसे ज्यादा 7 मेडल इस ओलंपिक के दौरान जीते थे।
हालांकि हम बात करेंगे भारत के पहले ओलंपिक की और किसने भारत के लिए पहला ओलंपिक मेडल जीता था। भारत की तरफ से नॉर्मन प्रिचर्ड ने सबसे पहले 1900 के पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लिया था और पहला मेडल भी दिलाया था। उन्होंने पुरुषों की 200 मीटर दौड़ और पुरुषों की 200 मीटर हर्डल रेस में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था।
नॉर्मन प्रिचर्ड ने आजादी से पहले दिलाया था भारत को पहला मेडल
कोलकाता में जन्मे नॉर्मन प्रिचर्ड उस वक्त फ्रांस में ही छुट्टियां बिता रहे थे और वहीं पर उन्होंने ओलंपिक गेम्स में खेलने का फैसला किया। उन्होंने पांच इवेंट में हिस्सा लिया था, जिसमें से दो में मेडल अपने नाम किया। हालांकि प्रिचर्ड ब्रिटिश मूल के थे और इसी वजह से उनकी नागरिकता को लेकर सवाल भी था लेकिन उन्होंने भारतीय पासपोर्ट के साथ ही फ्रांस ट्रैवल किया था और उनके पास भारत का बर्थ सर्टिफिकेट भी था।
ओलंपिक इतिहासकार इयान बुकानन के मुताबिक नोर्मान प्रिचर्ड ने ओलंपिक में भारत के ध्वज तले हिस्सा नहीं लिया था लेकिन इसके बावजूद इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी ने उन्हें इंडियन ही माना और दोनों ही ओलंपिक मेडल भारत के नाम किए। अधिकारिक रूप से ये दो मेडल भारत को गए। इस तरह नोर्मान प्रिचर्ड ओलंपिक में मेडल जीतने वाले पहले भारतीय थे।
1920 में भारत ने भेजा था पहला ओलंपिक दल
भारत ने ओलंपिक में अपना पहला दल 1920 के ओलंपिक में भेजा था। मशहूर बिजनेसमैन दोराबजी टाटा को इसका श्रेय जाता है जिन्होंने इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन का गठन किया और सभी भारतीय एथलीट्स के ट्रेनिंग की व्यवस्था कराई। पुणे के डेक्कन जिमखाना में ओलंपिक सेलेक्शन के लिए ट्रायल हुआ था। इसके बाद अप्रैल 1920 में पांच सदस्यों के दल को ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए सेलेक्ट किया गया।
भारत के पहले ओलंपिक दल में पूर्मा बनर्जी (100 मीटर और 400 मीटर), फाडेप्पा चौगुले (100 मीटर और मैराथन), सदाशिव दतर (मैराथन), कुमार नवले और दिनक्कारो शिंदे (रेसलिंग) थे।