आतंकी हमले हुए हो या जंग, इसके बावजूद खेल गतिविधियां नहीं रूकी। मगर कोरोना वायरस के कारण खेल जगत में सूखा सा पड़ गया। कोविड-19 महामारी ने दुनिया भर में खेल गतिविधियों को ठप्प कर दिया। ऐसा लगा मानो जीवन से खेल का उत्साह, जुनून और रोमांच चला गया। 2020 में खेलों की यही कहानी रही, जब मैदान सूने पड़े रहे और खिलाड़ी वापसी के इंतजार में दिन काटते रहे। टोक्यो ओलंपिक्स तक एक साल के लिए स्थगित हो गया। आखिरी बार युद्ध के दौरान ही खेलों के इस महाकुंभ को स्थगित करना पड़ा था ।
फुटबॉल के महानायक डिएगो माराडोना सहित कई दिग्गज हस्तियों को 2020 ने छीन लिया। अपने खेल, तेवर और करिश्मे से दुनिया भर के फुटबॉलप्रेमियों के दिलों पर राज करने वाले माराडोना के अचानक निधन से खेल जगत शोक में डूब गया। उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ। वहीं इस साल महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के साथ भारतीय क्रिकेट में एक युग का अंत हुआ। जब सारा देश आजादी की सालगिरह मना रहा था तब 15 अगस्त को सूर्यास्त के समय धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से विदा ली।
पूरे साल कोरोना महामारी के कारण खेल गतिविधियां बंद रही। एक के बाद एक टूर्नामेंट रद्द या स्थगित होते रहे। इसका असर खेलों की आर्थिक सेहत और खिलाड़ियों की तैयारियों पर भी पड़ा। क्रिकेट सहित कुछ प्रमुख टूर्नामेंट्स ने जरूर इस निराशा के बीच लोगों के चेहरों पर मुस्कुराहटें लाने का काम किया। यूएई में रिकॉर्ड टीवी दर्शक संख्या के साथ 53 दिन तक आईपीएल का आयोजन किया गया।
बाकी खेलों में हालांकि अनिश्चितता का आलम रहा। टोक्यो ओलंपिक के लिये भारत की पदक उम्मीद खिलाड़ी या तो होस्टल के कमरों या अपने घरों में बंद रहे।
कोरोना वायरस के बावजूद भी सुखद अनुभव
ओलंपिक के लिए रिकॉर्ड क्वालीफायर : भारत के लिये 74 खिलाड़ी अभी तक टोक्यो ओलंपिक का टिकट कटा चुके हैं जो रिकॉर्ड है। कुछ और क्वालीफिकेशन 2021 में होंगे यानी इस संख्या में और इजाफा होगा।
आईपीएल का आयोजन : आईपीएल का आयोजन कोरोना महामारी के बीच भी सफलता से हुआ। इसे टीवी पर रिकॉर्ड दर्शकों ने देखा और बीसीसीआई ने प्रतिकूल परिस्थितयों में भी इस बड़े पैमाने पर लीग का आयोजन करके वाहवाही पाई।
फुटबॉल की बहाली : दुनिया भर में कोरोना महामारी के बीच फुटबॉल की बहाली होने के बाद भारत क्यों पीछे रहता। दर्शकों के बिना ही सही लेकिन गोवा में इंडियन सुपर लीग के जरिये फुटबॉल सत्र की फिर शुरूआत हुई।
आस्ट्रेलिया दौरे पर भारत की जीत : आस्ट्रेलिया में वनडे सीरीज गंवाने के बाद भारत ने टी20 सीरीज जीती। फिर एडीलेड टेस्ट में टेस्ट क्रिकेट के अपने न्यूनतम स्कोर 36 रन पर आउट हो गई, लेकिन मेलबर्न में दूसरे टेस्ट में ऐसी जीत दर्ज की जिसे बरसों तक याद रखा जायेगा।
कोरोना काल में बुरे अनुभव
बैडमिंटन, फुटबॉल, मुक्केबाजी, एथलेटिक्स और हॉकी में कई टूर्नामेंट रद्द हुए या स्थगित हो गए। खिलाड़ी प्रतियोगिता को तरसते रहे हालांकि राष्ट्रीय शिविरों के जरिये तैयारियां जारी रही। भारतीय पुरूष और महिला हॉकी टीम तो लंबे समय लॉकडाउन के कारण बेंगलुरू स्थित साइ केंद्र में रही। शिविरों में लौटने के बाद कई खिलाड़ी भी कोरोना संक्रमण के शिकार हुए।