रियो ओलंपिक्स में हिस्सा ले रहे भारतीय रेसलर नरसिंह यादव को उस समय बड़ा झटका लगा जब वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (WADA) ने उनकी क्लीन चिट को खारिज़ कर दिया। गौरतलब है कि नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) ने रियो ओलंपिक्स से पहले नरसिंह को क्लीन चिट दे दिया था जिसे वाडा ने खारिज किया है और अब 18 अगस्त को इसका अंतिम फैसला लिया जाएगा। 19 अगस्त को नरसिंह अपने अभियान की शुरुआत करने वाले थे और ये अहम फैसला उससे दो घंटे पहले आने की उम्मीद है। 74kg वर्ग में अब न सिर्फ नरसिंह के भाग लेने पर सवाल है, बल्कि उनके ऊपर 4 साल का प्रतिबन्ध भी लग सकता है। मिथेनडीएडोन के सेवन के लिए नरसिंह को पॉजिटिव पाया गया था और उसके बाद नरसिंह ने बताया कि ये एक चाल थी। इस मामले में नरसिंह ने पुलिस में कम्पलेन भी किया था और दो रेसलरों के नाम लिए थे। पॉजिटिव पाए जाने के बाद परवीन राणा को उनके जगह रियो भेजने का फैसला ले लिया गया था लेकिन नाडा ने उन्हें फिर क्लीन चिट दे दी। WFI के अध्यक्ष बीबी शरण सिंह का कहना है," 18 अगस्त को सुनवाई है और हमें विश्वास है कि नरसिंह रियो में हिस्सा ले पाएंगे। हमारा केस काफी मजबूत है।" लास वेगास के वर्ल्ड चैंपियनशिप में पिछले साल कांस्य पदक जीतकर नरसिंह ने रियो के लिए क्वालीफाई किया था। इसके बाद ओलंपिक मेडलिस्ट सुशिल कुमार ने 74kg वर्ग में ट्रायल की मांग की थी लेकिन आख़िरकार दोनों में से नरसिंह यादव को ही रियो ओलंपिक्स के लिए चुना गया। रियो में अभी तक भारत के लिए कुछ भी ज्यादा सही नहीं हुआ है और ऐसे में अगर नरसिंह को भी हिस्सा लेने से रोक दिया गया तो पदक की एक और उम्मीद खत्म हो जाएगी।