नव विवाहित आर्चरी जोड़ी दीपिका कुमारी और अतनु दास ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दो व्यक्तिगत गोल्ड मेडल हासिल किए और भारत ने विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कुल चार पदक जीते। गुआटेमाला सिटी में टूर्नामेंट का पहला चरण खेला गया जहां भारत ने तीन गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता। पूर्व विश्व नंबर 1 दीपिका कुमारी ने अपने करियर का तीसरा व्यक्तिगत विश्व कप गोल्ड मेडल जीता और टीम की जीत में मेडल जोड़ा।
दीपिका कुमारी के पति अतनु दास ने पहली बार विश्व कप व्यक्तिगत मेडल जीता। उन्होंने पुरुषों के रिकर्व व्यक्तिगत के फाइनल में शानदार जीत दर्ज की। यह जोड़ी स्वयं ही इस सीजन के बहुप्रतीक्षित आर्चरी विश्व कप फाइनल में क्वालीफाई हुई। दो साल साथ रहने के बाद जून 2020 में दीपिका कुमारी से शादी करने वाले अतनु दास ने रविवार को गोल्ड मेडल जीतने के बाद कहा, 'हम साथ में यात्रा करते हैं। साथ में ट्रेनिंग करते हैं। साथ स्पर्धा करते हैं और साथ में जीतते हैं। उसे पता है कि मुझे क्या पसंद है और मुझे पता है कि उसे क्या पसंद है।'
भारत का विश्व कप में रिकर्व स्पर्धा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। यहां भारत ने दो व्यक्तिगत और टीम गोल्ड मेडल जीता। भारतीय आर्चरी की लगभग दो साल बाद अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर में वापसी हुई, जिसके बाद उसने सर्वश्रेष्ठ करके दिखाया। इसके साथ ही भारत का पुरुषों की रिवर्क स्पर्धा में व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ नतीजा रहा। इससे पहले 2009 में जयंत तालुकदार ने क्रोएशिया में जीत दर्ज की थी।
भारत ने इस तरह जीते मेडल
भारत की तरफ से दीपिका कुमारी, अंकिता भकत और कोमालिका बारी की महिला टीम ने जीत की शुरूआत की। इन्होंने भारत को सात साल बाद पहला टीम गोल्ड दिलाया। भारत ने रोमांचक मुकाबले में मैक्सिको को 5-4 (27-26) शूट ऑफ में मात दी। इसके बाद मिश्रित जोड़ी में अतनु दास और अंकिता भकत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। लोस आर्कोस के स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में भारत ने शीर्ष वरीय अमेरिका को 6-2 से मात देकर उलटफेर किया था।
भारत को सबसे बड़ी सफलता व्यक्तिगत स्पर्धाओं में मिली जब देश की शीर्ष आर्चरी जोड़ी दीपिका कुमारी-अतनु दास ने अपने-अपने इवेंट्स में व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीते। तीसरी वरीय दीपिका कुमारी ने अमेरिका की आठवीं वरीय मैकेंजी ब्राउन को 6-5 (9*-9) के अंतर से मात दी। यह मुकाबला बेहद नजदीकी रहा। दीपिका कुमारी ने गोल्ड जीतने के बाद कहा, 'लंबा समय हो गया था कि मैंने फाइनल्स में शॉट जमाए हो। इससे शानदार एहसास हुआ। उसी समय मैं खुश भी हुई और थोड़ा घबराई भी। इससे मुझे विश्वास मिला और बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिली।'
वहीं अतनु दास ने फाइनल में स्पेन के डेनियल कास्त्रो को 6-4 से मात देकर पहला व्यक्तिगत विश्व कप मेडल जीता। जीत के बाद दास ने कहा, 'शानदार एहसास हो रहा है। ऐसा लग रहा मानो सपना सच हो गया। मैं कई सालों तक कड़ी मेहनत की और उसका आज फल मिला। यह मेरा पहला खिताब है और मैं बहुत खुश हूं।'