भारत के मध्यम और लंबी दूरी (दौड़) के कोच निकोलाई स्नेसारेव पटियाला के एनआईएस में अपने होस्टल के कमरे में मृत पाए गए। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने शु्क्रवार को इसकी जानकारी दी। बेलारूस के 72 वर्षीय स्नेसारेव के मृत शरीर को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल में भेज दिया गया है। बता दें कि निकोलाई स्नेसारेव दो सात के अंतराल के बाद सितंबर तक के लिए कोच के रूप में भारत लौटे थे।
एएफआई अध्यक्ष आदिले सुमरिवाला ने कहा, 'निकोलाई स्नेसारेव आज हुई इंडियन ग्रांप्री 3 के लिए (बेंगलुरू से) एनआईएस आए थे। मगर जब वह प्रतियोगिता के लिए नहीं पहुंचे तो शाम को कोचों ने उनके बारे में पूछा और फिर उनका कमरा अंदर से बंद पाया गया। जब दरवाजा तोड़ा तो निकोलाई स्नेसारेव अपने बिस्तर पर पड़े थे। एनआईएस में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित किया और साई की टीम ने उनका मृत शरीर पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया।'
सुमरिवाला ने आगे कहा, 'हम निकोलाई स्नेसारेव की मृत्यु का कारण नहीं जानते हैं। पोस्टमार्टम के बाद ही इसका पता चल पाएगा।' स्नेसारेव 3000 मीटर स्टीपलचेज एथलीट अविनाश साबले (ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके) और अन्य मध्य एवं लंबी दूरी के धावकों को टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की मुहिम के लिए कोचिंग दे रहे थे।
खेल जगत ने निकोलाई स्नेसारेव की मौत पर जताया खेद
खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने ट्वीट किया, 'मैं मध्य एवं लंबी दूरी की दौड़ के कोच निकोलई स्नेसारेव के निधन से दुखी हूं। वह अच्छे कोच रहे और उन्होंने 2005 के बाद से भारत से जुड़ाव के दौरान कई पदक विजेताओं की मदद की। उनके परिवार और पूरे एथलेटिक्स जगत को मेरी संवेदनायें।'
वहीं सुमरिवाला ने कहा, 'हम स्तब्ध हैं। वह कुछ दिन पहले ही भारत लौटे (दो मार्च को बेंगलुरू और फिर अगले दिन पटियाला पहुंचे) और उन्होंने स्टीपलचेज एथलीट अविनाश साबले को ओलंपिक खेलों के लिये ट्रेनिंग देने पर सहमति दी थी।'