भारत को हांगझाओ एशियन गेम्स 2023 में दो और पदक मिलना तय हो गया है। बैडमिंटन के पुरुष सिंगल्स में जहां एक ओर एच एस प्रणॉय ने सेमीफाइनल में जगह बनाते हुए भारत के लिए इस स्पर्धा के इतिहास में दूसरा पदक पक्का किया तो वहीं सात्विक साईंराज और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने पुरुष डबल्स के सेमीफाइनल में स्थान बनाने में कामयाबी पाई।
प्रणॉय मेडल लाने वाले दूसरे भारतीय
भारत के नंबर एक सिंगल्स खिलाड़ी प्रणॉय ने कमर में तकलीफ के बावजूद दर्द को पीछे छोड़ा और रोमांचक क्वार्टरफाइनल में मलेशिया के जिया जी ली को हराया। प्रणॉय ने इस मैच को 21-16, 21-23, 22-20 से जीता। पहला सेट जीतने के बाद दूसरे सेट में एक समय प्रणॉय मुकाबला जीतने के काफी करीब थे लेकिन ली ने वापसी कर इस सेट को अपने नाम किया। निर्णायक सेट में बेहतरीन अंदाज में मैच प्वाइंट बचाते हुए प्रणॉय ने वापसी की और मुकाबला अपने नाम किया।
प्रणॉय ने जैसे ही विजयी शॉट लगाया तो कोच पुलेला गोपीचंद खुशी से झूम उठे। प्रणॉय एशियन गेम्स में बैडमिंटन एकल का पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय पुरुष खिलाड़ी होंगे। साल 1982 में सैयद मोदी ने एकल स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया था।
प्रणॉय के अलावा पुरुष डबल्स में जीत के साथ सात्विक साईंराज और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने भी मेडल पक्का कर लिया है। सात्विक-चिराग ने क्वार्टरफाइनल में सिंगापुर के प्राजोगो जॉन-जिए जू की जोड़ी को आसानी से 21-7, 21-9 से हराया। भारत को इस स्पर्धा में भी इकलौता पदक साल 1982 में मिला था। तब लिरॉय फ्रांसिस और प्रदीप गांधी की जोड़ी ने कांस्य पदक जीता था।
सिंधू से निराशा
गुरुवार को बैडमिंटन में भारत के दो पदक पक्के हुए लेकिन एक पदक हाथ से फिसल गया। पिछली बार की सिल्वर मेडलिस्ट भारत की पीवी सिंधू क्वार्टरफाइनल में चीन की ही बिंगजियाओ के हाथों 21-16, 21-12 से हार गईं। सिंधू से इस बार पदक की काफी प्रबल उम्मीद थी। भारत को बैडमिंटन महिला सिंगल्स में आज तक एशियाड में दो मेडल प्राप्त हुए हैं। दोनों पदक 2018 के खेलों में मिले जहां सिंधू ने रजत पदक और साइना नेहवाल ने कांस्य पदक जीता था।