कॉमनवेल्थ गेम्स ट्रायल में भाग न लेना साइना की जिद या मजबूरी 

साइना नेहवाल कॉमनवेल्थ खेलों में महिला सिंगल्स की डिफेंडिंग चैंपियन हैं।
साइना नेहवाल कॉमनवेल्थ खेलों में महिला सिंगल्स की डिफेंडिंग चैंपियन हैं।

पूर्व विश्व नंबर 1 बैडमिंटन खिलाड़ी भारत की साइना नेहवाल (Saina Nehwal) ने देश में 15 अप्रैल से होने वाले मल्टी-स्पोर्ट ट्रायल्स में भाग लेने से इंकार कर दिया है। भारतीय बैडमिंटन संघ यानी BAI की ओर से दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में ये ट्रायल कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और ऊबर कप के लिए भारतीय दल के सेलेक्शन के लिए 20 अप्रैल तक ट्रायल्स चलेंगे। लेकिन लंदन ओलंपिक 2012 ब्रॉन्ज मेडलिस्ट साइना ने इनका भाग बनने से मना कर दिया है।

एक खेल चैनल के मुताबिक साइना ने ये फैसला इसलिए लिया है क्योंकि उनके मुताबिक इस समय ट्रायल किए जाने का कोई अर्थ नहीं है। 26 अप्रैल से फिलीपींस की राजधानी मनीला में एशियाई चैंपियनशिप शुरु होने जा रही है और कॉमनवेल्थ खेल जुलाई में होने हैं। ऐसे में साइना इतनी जल्दी ट्रायल के पक्ष में नहीं हैं। ऐसे में बैडमिंटन की दुनिया में सवाल उठ रहा है कि क्या वाकई साइना ज्यादा बैडमिंटन टूर्नामेंट से परेशान हैं या फिर उन्हें इस बात का डर है कि कहीं वो ट्रायल में हार न जाएं।

पुलेला गोपीचंद के बाद बैडमिंटन विश्व रैंकिंग में नंबर 1 बनने वाली साइना दूसरी भारतीय बनीं।
पुलेला गोपीचंद के बाद बैडमिंटन विश्व रैंकिंग में नंबर 1 बनने वाली साइना दूसरी भारतीय बनीं।

साइना नेहवाल बैडमिंटन इतिहास की सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ियों में गिनी जाती हैं। भारत की बात करें तो अपर्णा पोपट के बाद कई सालों तक साइना ने देश के महिला सिंगल्स का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पूरा दारोमदार अपने कंधों पर लिया था। 24 अंतर्राष्ट्रीय खिताब जीत चुकी साइना की झोली में 10 सुपरसीरीज टाइटल हैं और विश्व नंबर 1 बैडमिंटन खिलाड़ी बनने वाली देश की पहली महिला खिलाड़ी भी बनीं। लेकिन पिछले 2 सालों से उनका खेल लगातार खराब प्रदर्शन की मार झेल रहा है।

साल 2019 में इंडोनिशिया मास्टर्स जीतने वाली सानिया पिछले साल ओरलीन्स मास्टर्स के सेमीफाइनल में पहुंची थीं और पिछले दो सालों में ये उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इस साल साइना ने अब तक 4 टूर्नामेंट में भाग लिया है और सभी में दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ पाईं हैं। ऐसे में कई फैंस का मानना है कि साइना राष्ट्रीय ट्रायल में हारने से घबरा रही हैं। लेकिन उनके कई समर्थक लगातार हो रहे बैडमिंटन से मिलने वाले तनाव के आंकलन को भी सही मान रहे हैं, हालांकि दोनों ही स्थिति में राष्ट्रीय ट्रायल में भाग न लेना साइना की जिद को भी दिखाता है क्योंकि बाकी सभी भारतीय टॉप खिलाड़ियों का ट्रायल्स में भाग लेना तय है और ऐसे में सिर्फ साइना के लिए बैडमिंटन ज्यादा हो रहा हो, यह बात कई फैंस को नागवार गुजर रही है।

साइना ने 2018 कॉमनवेल्थ खेलों में पीवी सिंधू को हराकर गोल्ड जीता था।
साइना ने 2018 कॉमनवेल्थ खेलों में पीवी सिंधू को हराकर गोल्ड जीता था।

साइना 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों की महिला सिंग्लस विजेता हैं लेकिन अब जब उन्होंने ट्रायल्स में भाग लेने से मना कर दिया है तो वो इस बार अपने खिताब की रक्षा भी नहीं कर पाएंगी। वहीं 2018 एशियाई खेलों में साइना ने कांस्य पदक जीता था। कॉमनवेल्थ खेलों का आयोजन इस साल जुलाई-अगस्त में होगा जबकि सितंबर में एशियाई खेल होंगे। फैंस को उम्मीद है कि साइना अपने खेल को और मजबूत कर जल्द कोर्ट पर दमदार वापसी करेंगी। फिलहाल टोक्यो ओलंपिक 2021 के बाद 2 बड़े खेल आयोजनों में साइना की कमी जरूर फैंस को निराश करेगी।

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