भारतीय बैडमिंटन फैंस के लिए रविवार का दिन शानदार रहा जब स्टार शटलर पीवी सिंधु ने फुज्होऊ में चीन ओपन सुपर सीरीज का ख़िताब जीता। रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने के तीन महीने के बाद 21 वर्षीया ने आठवी वरीय सुन यू को एक घंटे 9 मिनट तक चले मुकाबले में 21-11, 17-21, 21-11 से हराकर पहली बार सुपरसीरीज का ख़िताब जीता। पीवी सिंधु का 2016 सत्र में यह दूसरा ख़िताब है। इससे पहले उन्होंने मलेशिया मास्टर्स का ख़िताब जीता था। इसके साथ ही चीन ओपन सुपरसीरीज भारतीय शटलरों के लिए शानदार ख़िताब साबित हो होने लगा है। 2014 में साइना नेहवाल और किदम्बी श्रीकांत ने दोहरे ख़िताब जीतकर इतिहास रचा था। साइना ने अगले ही वर्ष फाइनल तक पहुंचकर इसे फिर यादगार बना दिया था। अब 11वीं वरीय सिंधु ने विजेताओं की इस सूची में अपना नाम शामिल करा लिया है। यह दूसरा मौका है जब पुलेला गोपीचंद की शिष्या सुपरसीरीज के फाइनल में पहुंची हो। इससे पहले पिछले वर्ष वह डेनमार्क ओपन के फाइनल में पहुंची थी। सिंधु के लिए ख़िताब जीतना आसान नहीं था। वह चीन की सबसे प्रतिभाशाली शटलर के खिलाफ मुकाबला खेल रही थी। रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता ने पहले गेम में शानदार प्रदर्शन किया और 22 वर्षीया यू को कोर्ट पर संभलने का मौका नहीं दिया। पहले गेम के इंटरवल तक भारतीय शटलर ने 11-5 की विशाल बढ़त हासिल कर ली थी। इसके बाद उन्होंने अपना दबदबा कायम रखा और 21-11 से सेट जीतकर चीनी फैंस को हैरान कर दिया। इसके बाद घरेलू फैंस के समर्थन के बीच सुन यू ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और सिंधु पर दबाव बनाते हुए 17-21 से मैच जीत लिया। इस सेट में एक समय चीनी खिलाड़ी ने लगातार 6 अंक लेकर भारतीय शटलर को स्तब्ध कर दिया था। सुन ने फिर अपना दमदार प्रदर्शन करके 21-17 से सेट जीत लिया। निर्णायक गेम में सिंधु ने जल्द ही अपनी लय हासिल की। सुन यू ने एक समय 6-6 से स्कोर बराबर कर लिया था, लेकिन फिर भारतीय शटलर ने अपने शॉट पर गजब काबू किया और मुकाबला रोमांचक बना दिया। यू ने पहले 9-6 की बढ़त बनाई, फिर सिंधु ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 21-11 से गेम व ख़िताब अपने नाम कर लिया।