कोनेरू हम्‍पी की बदौलत भारत पहली बार चेस ओलंपियाड के फाइनल में पहुंचा

कोनेरू हम्‍पी
कोनेरू हम्‍पी

विश्व रैपिड चैंपियन कोनेरू हम्पी ने फिडे ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड के सेमीफाइनल में मोनिका सोक्को को टाई ब्रेक में मात देकर भारत को पोलैंड पर जीत दिला दी, जिससे टीम फाइनल में पहुंच गई है। यह पहला मौका है जब ओलंपियड ऑनलाइन फॉर्मेट से खेला जा रहा है और फाइनल चरण नॉकआउट आधार पर खेला जाएगा। भारत पहली बार चेस ओलंपियाड के फाइनल में पहुंचने में कामयाब हुआ है।

भारत और पोलैंड की टीमों ने नियमित खेल में एक-एक दौर जीत लिए थे, जिसके बाद कोनेरू हम्पी को आर्मगेडन (टाइ ब्रेक) के लिये सोक्को से भिड़ना था और इस भारतीय ने काले मोहरों से खेलते हुए शानदार जीत दर्ज की और टीम को फाइनल में पहुंचा दिया। भारत टीम अब रविवार को होने वाले फाइनल में रूस और अमेरिका के बीच दूसरे सेमीफाइनल की विजेता टीम से भिड़ेगा।

भारत के लिए हालांकि यह इतना आसान नहीं रहा क्योंकि वह पहले दौर में 2-4 से हार गई थी, लेकिन दूसरे दौर में वापसी करते हुए 4.5-1.5 से जीत हासिल की। फिर कोनेरू हम्पी ने निर्णायक टाई ब्रेक मुकाबला जीत लिया।

पूर्व विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने दूसरे दौर में जान क्रिस्तोफ डुडा को 78 चाल में मात दी, हालांकि वह पहले दौर में उनसे हार गए थे। आनंद के अलावा पहले दौर में कप्तान विदित गुजराती और दिव्या देशमुख को हार मिली थी। कोनेरू हम्पी और डी हरिका ने ड्रॉ खेला था जबकि निहाल सरीन ने इगोर जानिक को हराकर एकमात्र जीत दर्ज की थी। दूसरे दौर में गुजराती, कोनेरू हम्पी और डी हरिका ने भी जीत हासिल की। लेकिन युवा आर प्रागनानंदा को इगोर जानिक से हार मिली जबकि वंतिका अग्रवाल ने एलिसिया सिलविका से ड्रॉ खेला।

विवादित तरीके से चेस ओलंपियाड के सेमीफाइनल में पहुंचा था भारत

बता दें कि भारत इससे पहले सेमीफाइनल में विवादित अंदाज में पहुंचा था। भारत के विरोधी आर्मेनिया ने अपना नाम वापस ले लिया था। इंटरनेट कनेक्शन कटने के कारण उसके एक खिलाड़ी ने मैच गंवा दिया था, जिस पर उसकी अपील खारिज हो गई थी। भारत ने पहले दौर का मैच 3.5-2.5 से जीता था, जिसमें कप्तान विदित गुजराती , डी हरिका और निहाल सरीन ने जीत दर्ज की थी। पूर्व विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने आर्मेनिया के लेवोन आरोनियन से ड्रॉ खेला था जबकि कोनेरू हम्पी और वंतिका अग्रवाल अपने-अपने मुकाबले गंवा बैठी थीं। आर्मेनिया ने दूसरे दौर के मैच की शुरूआत में लंबे विलंब का विरोध किया और अपील खारिज होने के बाद नाम वापस ले लिया। हेइक एम को सरीन के खिलाफ पराजित घोषित किया गया चूंकि आर्मेनिया की अपील खारिज हो गई।

Edited by निशांत द्रविड़