बॉल टेम्परिंग मामले में दोषी स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर एक साल का प्रतिबन्ध लगने के बाद पूर्व कंगारू लेग स्पिनर शेन वॉर्न ने इस सजा को काफी कड़ा बताया है। उनके अनुसार अपराध के अनुरूप यह सजा नहीं है और यह काफी ज्यादा है। 'द हेराल्ड सन' में लिखे अपने कॉलम में इस पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने इस तरह की प्रतिक्रिया दी है। इस कॉलम में वॉर्न के हवाले से लिखा गया है कि मैं अब भी तय नहीं कर पा रहा कि उन्हें सजा कितनी होनी चाहिए। इसके अलावा यह भी कहा गया कि अपराध के अनुसार यह नहीं है और काफी कड़ी कार्रवाई की गई है। उन्होंने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से कहा कि ये दोनों खिलाड़ी इस प्रकार के दंड के हकदार तो नहीं हैं। आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स को अपनी कप्तानी में खिताब दिला चुके इस स्पिनर ने कहा कि टेम्परिंग का अपराध भारी जुर्माने के लायक था लेकिन एक साल का प्रतिबन्ध काफी ज्यादा है। आगे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पर बरसते हुए उन्होंने लिखा कि भावनाओं को छोड़ दीजिए, इससे हम सभी शर्मसार हैं लेकिन आपको किसी को पूरी तरह ख़त्म करने का तब तक कोई अधिकार नहीं है जब तक वह इसका हक़दार नहीं हो। उनकी हरकतों को नहीं बचाना चाहिए लेकिन इतना बड़ा प्रतिबन्ध बहुत ज्यादा है, सजा होनी चाहिए थी लेकिन इतनी ज्यादा भी नहीं। खुद का निर्णय बताते हुए वॉर्न ने कहा कि मैं उन्हें चौथे टेस्ट में नहीं खेलने देता और भरी जुर्माना लगाने के अलावा कप्तान और उप-कप्तान के पद से हटाता लेकिन खेल से दूर नहीं करता। उल्लेखनीय है कि स्मिथ और वॉर्नर पर लगे एक साल के प्रतिबन्ध के बाद शेन वॉर्न ऐसे पहले क्रिकेटर हैं जो इस दंड के खिलाफ होते हुए खुलकर सामने आए हैं। स्मिथ ने काफी भावुक होकर अपनी गलती की माफी मांगी और पत्रकारों के सामने काफी देर तक रोते रहे।