#8 इरफ़ान पठान
इरफ़ान पठान का करियर उस तरह से आगे नहीं बढ़ पाया जैसा कि उन्होंने उम्मीद की थी। जब वो साल 2003 में टीम इंडिया में शामिल किए गए थे तब उनकी उम्र काफ़ी कम थी। अगले 5 साल तक वो भारतीय क्रिकेट टीम का अहम हिस्सा रहे। लेकिन इसके बाद वो टीम में आते जाते रहे। 23 साल की उम्र के बाद वो एक भी टेस्ट मैच नहीं खेल पाए। उन्होंने 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। अब उनकी टीम इंडिया में वापसी की गुंजाइश न के बराबर है।
#7 यूसुफ़ पठान
यूसुफ पठान गुजरात के एक विस्फोटक बल्लेबाज़ हैं। वो साल 2007 की आईसीसी वर्ल्ड टी-20 के दौरान टीम इंडिया में शामिल हुए थे। वो आईपीएल 2008 में राजस्थान टीम के सुपरस्टार बनकर उभरे थे। बैंगलौर में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ शानदार शतक लगाने के बाद उन्होंने भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की कर ली थी। इसके बाद उन्होंने सेंचुरियन में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ शतक लगाया था। साल 2011 के वर्ल्ड कप में ख़राब प्रदर्शन की वजह से वो टीम इंडिया से बाहर हो गए और फिर दोबारा कभी वापस नहीं आए।
#6 आर विनय कुमार
विनय कुमार उन नाकाम पेस गेंदबाज़ों में शामिल हैं जिन्हें टीम इंडिया में 2011-12 के दौरान आज़माया गया था। उनकी गेंदबाज़ी में वो धार नहीं दिखी जिसकी उम्मीद की गई थी। वो महज़ 31 वनडे और 9 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच ही खेल पाए थे। वो रन रोक पाने में नाकाम साबित हुए और टीम इंडिया से बाहर हो गए। चूंकि अब टीम इंडिया में तेज़ गेंदबाज़ों की भरमार है ऐसे में विनय की भारतीय टीम में वापसी असंभव है।