टेस्ट क्रिकेट में अभी तक 27 बल्लेबाजों ने तिहरा शतक लगाया है। इनमें से चार बल्लेबाजों ने दो-दो बार टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड बनाया। टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहली बार तिहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के एंडी सैंडहम ने बनाया था, जिन्होंने अप्रैल 1930 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 325 रनों की पारी खेली थी।
ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज सर डॉन ब्रैडमैन टेस्ट में दो तिहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज थे। उनके बाद वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा, भारत के वीरेंदर सहवाग और वेस्टइंडीज के ही क्रिस गेल ने यह रिकॉर्ड बनाया।
आज हम उन दो बल्लेबाजों के बारे में बात करने वाले हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज तिहरा शतक का रिकॉर्ड बनाया। आइये देखते हैं कौन हैं वह दो बल्लेबाज:
# मैथ्यू हेडन (362 गेंद)
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर मैथ्यू हेडन ने 2003 में जिम्बाब्वे के खिलाफ पर्थ में 380 रनों की पारी खेली थी और ब्रायन लारा (375) के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ा था। हालाँकि लारा ने कुछ ही समय बाद 2004 में 400 रनों की जबरदस्त पारी खेलकर रिकॉर्ड फिर से अपने नाम कर लिया था।
मैथ्यू हेडन ने उस मैच में 437 गेंदों में 380 रन बनाये थे और सिर्फ 362 गेंदों में ही अपना तिहरा शतक पूरा किया था, जो उस समय सबसे तेज तिहरे शतक का विश्व रिकॉर्ड था। ऑस्ट्रेलिया ने 735/6 का विशाल स्कोर बनाया था और जिम्बाब्वे (239 एवं 321) को एक पारी और 175 रनों से हराया था।
यह भी पढ़ें - टेस्ट क्रिकेट में हिट विकेट आउट होने वाले भारतीय बल्लेबाजों की लिस्ट
# वीरेंदर सहवाग (278 गेंद)
2008 में वीरेंदर सहवाग ने चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना दूसरा तिहरा शतक लगाया था और 304 गेंदों में 319 रनों की धुआंधार पारी खेली थी। सहवाग ने सिर्फ 278 गेंदों में अपना तिहरा शतक पूरा किया था और सबसे तेज तिहरा शतक का विश्व रिकॉर्ड बनाया था। दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी के 540 के जवाब में भारत ने 627 रन बनाये थे। दूसरी पारी में मेहमान टीम ने 331/5 का स्कोर बनाया और मैच ड्रॉ हुआ था।