भारतीय टीम को आईपीएल खत्म होने के बाद ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है, जहां टीम को वनडे, टी20 और टेस्ट सीरीज खेलनी है। हाल ही में इस मुख्य दौरे के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया है। इस दौरे पर विराट कोहली टीम के कप्तान होंगे, तो वनडे और टी20 टीम के उपकप्तान केएल राहुल होंगे।
ऑस्ट्रेलिया के पूरे दौरे के लिए रोहित शर्मा को किसी भी टीम में नहीं चुना गया है और बीसीसीआई की तरफ से बयान में कहा गया है कि रोहित शर्मा और इशांत शर्मा की फिटनेस पर उनकी मेडिकल टीम नजर बनाए रखेगी।
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इसके अलावा जो सबसे चौंकाने वाला फैसला जो देखने को मिला वो है कि ऋषभ पंत को वनडे और टी20 टीम से ड्रॉप कर दिया गया है। हालांकि वो टेस्ट टीम में शामिल हैं। हालांकि इस आर्टिकल में हम उन खिलाड़ियों पर नजर डालेंगे जिन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जगह मिलनी चाहिए और उन प्लेयर्स की जिन्हें नहीं चुना जाना चाहिए था।
भारतीय खिलाड़ी जिन्हें चुना जाना चाहिए था- सूर्यकुमार यादव (टी20)
सूर्यकुमार यादव पिछले कुछ सालों से लगातार घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। काफी समय से यह बात भी चल रही है कि यादव को भारत की टी20 टीम में मौका मिलना चाहिए।
अपने करियर में यादव ने 160 मैचों में 31.38 की औसत और 139.91 के स्ट्राइक रेट से 3295 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने 17 अर्धशतक भी लगाए हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टी20 के लिए सूर्यकुमार यादव को भारतीय टीम में मौका जरूर मिलना चाहिए था।
#) नहीं चुना जाना चाहिए था - संजू सैमसन (टी20)
संजू सैमसन भले ही काफी टैलेंटिड खिलाड़ी हैं, लेकिन उनमें निरंतरता काफी कमी है। इस साल न्यूजीलैंड दौरे पर भी उन्हें भारत के लिए खेलने का मौका मिला था, लेकिन वो उन मौकों का फायदा नहीं उठा पाए। इसके अलावा इस साल हुए आईपीएल में भी शुरुआत उन्होंने दो अर्धशतकीय पारी के साथ की थी, लेकिन उसके बाद वो पूरी तरह से फ्लॉप ही रहे हैं। उनकी जगह टीम में लगातार रन बना रहे प्लेयर्स को शामिल किया जा सकता था, जिन्हें बिल्कुल भी मौका नहीं मिला है।
#) चुना जाना चाहिए था - युजवेंद्र चहल (टेस्ट)
भारतीय टीम के दिग्गज लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल का प्रदर्शन वनडे और टी20 फॉर्मेट में काफी जबरदस्त रहा है। इसके अलावा हाल ही में चल रहे आईपीएल में उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। हालांकि अभी तक चहल को टेस्ट टीम में मौका नहीं मिला है, लेकिन उनको प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें टेस्ट टीम में शामिल किया जाना चाहिए था। वो लगातार काफी अच्छा कर रहे हैं और टेस्ट में शामिल होने से वो टीम को अलग विविधता दे सकते हैं, जिससे टीम को काफी फायदा हो सकता है। चहल ने 31 फर्स्ट क्लास मुकाबलों की 48 पारियों में 84 विकेट लिए हैं।
#) नहीं चुना जाना चाहिए था - वरुण चक्रवर्ती (टी20)
मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को पहली बार भारतीय टीम में शामिल किया गया है। वरुण चक्रवर्ती को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए शामिल किया गया है, लेकिन टीम में युजवेंद्र चहल, वॉशिंग्टन सुंदर और रविंद्र जडेजा के रूप में तीन स्पिनर्स वैसे ही शामिल हैं, इसी वजह से वरुण की जगह टीम में अतिरिक्त बल्लेबाज को शामिल किया जा सकता था। वैसे भी ऑस्ट्रेलिया में हालात स्पिनर्स के अनूरूप नहीं ही होंगे और 4 स्पिनर्स को लेकर जाना चौंकाने वाला फैसला नजर आता है।