प्रो कबड्डी लीग के अब तक 7 सीजन पूरे हो चुके हैं। सीजन दर सीजन पीकेएल ने काफी लोकप्रियता हासिल की है। पीकेएल में भाग लेने वाली हर एक टीम का अपना फैन बेस है। पटना पाइरेट्स, बेंगलुरु बुल्स, दबंग दिल्ली और जयपुर पिंक पैंथर्स का फैन बेस काफी बढ़िया है। वहीं पीकएल में कई स्टार खिलाड़ी भी खेलते हैं। परदीप नरवाल, दीपक हूडा, पवन सेहरावत, फजल अत्राचली, राहुल चौधरी और अजय ठाकुर जैसे दिग्गज खिलाड़ी इस लीग का हिस्सा हैं।
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पीकेएल भारत के अलावा और भी कई देशों में लोकप्रिय है। यही वजह है कि हर सीजन फैंस इसे खूब पसंद करते हैं। जहां-जहां भी पीकेएल मैचों का आयोजन होता है, वहां-वहां पर स्टेडियम में फैंस बड़ी संख्या में आते हैं। हालांकि इस सीजन पीकेएल के आयोजन पर खतरा मंडरा रहा है। कोरोना वायरस के कारण इस साल पीकेएल का आयोजन होना काफी मुश्किल है। आईए आपको बताते हैं कि वो 2 बड़े कारण कौन-कौन से हैं जिससे इस साल प्रो कबड्डी लीग का आयोजन होना काफी मुश्किल है।
2.पीकेएल के लिए विंडो मिलना मुश्किल
कोरोना वायरस के कारण इस साल कई टूर्नामेंट अभी तक नहीं हुए हैं और कई टूर्नामेंट्स का आयोजन होना है। आमतौर पर मई तक आईपीएल का आयोजन हो जाता था और उसके बाद प्रो कबड्डी लीग का आयोजन होता था लेकिन कोरोना के कारण अभी तक आईपीएल का आयोजन नहीं हुआ है। टी20 वर्ल्ड कप भी इसी साल है।
स्टार स्पोर्ट्स के पास आईपीएल, पीकेएल और टी20 वर्ल्ड कप के प्रसारण अधिकार हैं। ऐसे में अगर अक्टूबर-नवंबर में आईपीएल का आयोजन हुआ तो फिर पीकेएल के लिए विंडो मिलना काफी मुश्किल हो जाएगा। इसी वजह से इस सीजन को स्थगित भी करना पड़ सकता है।
1.टच गेम की वजह से पीकेएल का आयोजन कराने में दिक्कत
अगर प्रो कबड्डी लीग को विंडो मिल भी जाता है और सभी खिलाड़ी खेलने के लिए तैयार भी हो जाते हैं, तब भी इसके आयोजन में एक सबसे बड़ी दिक्कत है। कबड्डी एक टच गेम है। इसमें एक खिलाड़ी को कई खिलाड़ी मिलकर पकड़ते हैं। रेडर को रोकने के लिए सभी डिफेंडर्स उसके ऊपर टूट पड़ते हैं। ऐसे में कोरोना फैलने का खतरा ज्यादा रहेगा। इसकी वजह से एक खिलाड़ी से दूसरे खिलाड़ी में ये वायरस फैल सकता है। यही वजह है कि इस साल पीकेएल का आयोजन काफी मुश्किल दिखता है।