2017 फिर से ऐसा साल रहा जहां भारतीय टीम ने टेस्ट मैच में अपना दबदबा कायम रखा। साल की शुरुआत बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज जीत से हुई वहीं अंत श्रीलंका पर सीरीज जीत से। इसके बीच में भारत ने घरेलू सीरीज में ऑस्ट्रेलिया और घर से बाहर खेलते हुए श्रीलंका को धूल चटाई। वहीं घर में चल रहा भारत का विजयरथ क्रम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पुणे टेस्ट में टूट गया लेकिन भारतीय टीम ने इस साल खेले सभी 4 टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की। सबसे पहले बंग्लादेश के खिलाफ विराट कोहली के दोहरे शतक ने जीत दिलाई तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम ने पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए जीत हासिल की। श्रीलंका को तो उनके घर में जाकर सफाया कर दिया और जब श्रीलंका की टीम भारत आई तो उसने अच्छा मुकाबला किया फिर भी भारत ने सीरीज 1-0 से जीत ली। भारत के इस जीत में उनके सभी खिलाड़ियों ने काफी अहम योगदान दिया है। कुछ ही समय मे अब टीम दक्षिण अफ्रीका का चुनौतीपूर्ण दौरान शुरू करने वाली है। इसे भी पढ़ें: भारत के लिए 2017 में डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट ऐसे में हम आज आपको 5 ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जिनकी मदद से भारत ने साल 2017 में टेस्ट मैचों में सफलता के झंडे गाड़े:
#5 शिखर धवन
इस सूची में पांचवें स्थान के लिए भारत के तीनों सलामी बल्लेबाजों में आपसी जंग थी। किसी भी बल्लेबाज ने 2017 में केएल राहुल के 9 से ज्यादा अर्धशतक नहीं बनाए तो मुरली विजय ने 6 टेस्ट मैचों में ही 3 शतकीय पारियां खेली। लेकिन, यह स्थान शिखर धवन को मिला क्योंकि उन्होंने जो भी रन बनाए टीम की जीत में उसका अहम योगदान रहा है। साल 2017 में खेले 5 टेस्ट मैचों में उन्होंने 2 शतक और 2 अर्धशतक बनाये और 500 से ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में वह औसत के मामले में तीसरे स्थान पर रहे हैं। धवन की सबसे बड़ी खासियत उनका निरन्तर प्रदर्शन नहीं है बल्कि उनके रन बनाने की गति है, जिससे वह भारतीय टीम को जबरदस्त शुरुआत देते रहे हैं। 2017 में टेस्ट मैचों के उनके 550 रन 90 के स्ट्राइक रेट से आये हैं, जो एकदिवसीय मैचों के लिए भी काफी जबरदस्त आंकड़ा है और टेस्ट मैच में तो विश्वास से परे है। उनकी इस बेखौफ बल्लेबाजी का सामना पूरी तरह श्रीलंका को करना पड़ा है क्योंकि उनके सारे रन श्रीलंकाई टीम के खिलाफ ही बने हैं। अपने इस प्रदर्शन से उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के लिए अपना दावा मजबूत कर लिया है।
#4 रविन्द्र जडेजा
![JADEJA](http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/JADEJA2.jpg?w=190 190w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/JADEJA2.jpg?w=720 720w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/JADEJA2.jpg?w=640 640w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/JADEJA2.jpg?w=1045 1045w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/JADEJA2.jpg?w=1200 1200w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/JADEJA2.jpg?w=1460 1460w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/JADEJA2.jpg?w=1600 1600w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/JADEJA2.jpg 1920w)
भारतीय ऑल राउंडर रविन्द्र जडेजा के लिए 2017 का साल काफी गजब का रहा है। हमेशा से वह रविचंद्रन अश्विन के प्रभाव के नीचे छुप जाते थे लेकिन इस बार उन्होंने अपनी गेंदबाजी से पुरानी छवि से निकल दुनिया के नंबर 1 गेंदबाज तक पहुंच गए। वर्तमान समय मे वह टेस्ट गेंसबाजी रैंकिंग में तीसरे स्थान पर हैं और ऑल राउंडर की रैंकिंग में भी दूसरे स्थान पर हैं। उनके इसी ऑल राउंड खेल की बदौलत भारतीय टीम कई बार शुरुआती झटके के बाद भी बड़ा स्कोर बनाने में सफल रही है। 10 टेस्ट मैचों में 54 विकेट हासिल कर वह साल में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में तीसरे स्थान पर रहे हैं। इसके अलावा बल्ले से भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। 14 पारियों में उन्होंने 41 की औसत से 328 रन बनाए हैं, जिसमें 4 अर्धशतकीय पारी शामिल है।
#3 रविचंद्रन अश्विन
![ASHWIN](http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/ASHWIN4.jpg?w=190 190w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/ASHWIN4.jpg?w=720 720w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/ASHWIN4.jpg?w=640 640w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/ASHWIN4.jpg?w=1045 1045w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/ASHWIN4.jpg?w=1200 1200w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/ASHWIN4.jpg?w=1460 1460w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/ASHWIN4.jpg?w=1600 1600w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/ASHWIN4.jpg 1920w)
लगातार तीसरे साल अश्विन ने टेस्ट मैचों में कैलेंडर ईयर में 50 से ज्यादा विकेट हासिल किए हैं। 2017 में उन्होंने 11 टेस्ट में 56 विकेट हासिल किए और भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। हालांकि, उन्होंने इस साल सिर्फ 2 मौकों पर ही पारी में 5 विकेट हासिल किया लेकिन उन्होंने नियमित अंतराल पर विकेट हासिल किए हैं। इस साल ही वह टेस्ट मैचों में सबसे तेज 250 विकेट और सबसे तेज 300 विकेट हासिल करने वाले गेंदबाज बने थे। वेस्टइंडीज दौरे के बाद से वह एकदिवसीय और टी20 टीम से बाहर चल रहे हैं लेकिन उन्होंने इस बात का असर टेस्ट मैचों के अपने प्रदर्शन पर नहीं पड़ने दिया है और लगातार जबरदस्त प्रदर्शन करते रहे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बेंगलुरु में आया था, जबकि कोलकाता में श्रीलंका के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच के दौरान उन्हें कोई सफलता नहीं मिली थी जो उनके लिए साल में एक ही टेस्ट मैच रहा जहां उनके हाथ एक भी विकेट नहीं लगी।
#2 चेतेश्वर पुजारा
![PUJARA](http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/PUJARA1.jpg?w=190 190w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/PUJARA1.jpg?w=720 720w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/PUJARA1.jpg?w=640 640w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/PUJARA1.jpg?w=1045 1045w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/PUJARA1.jpg?w=1200 1200w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/PUJARA1.jpg?w=1460 1460w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/PUJARA1.jpg?w=1600 1600w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/PUJARA1.jpg 1920w)
विराट कोहली ने अपने दोहरे शतकीय पारियों से सारी चर्चा ज़रूर बटोरी लेकिन वह 2017 में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज नहीं बन पाए। यह सौभाग्य मिला टीम की नई दीवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा को, उन्होंने इस कैलेंडर साल में 1140 रन बनाए हैं और दुनिया में रन बनाने के मामले में दूसरे स्थान पर रहे। साल के खेले 11 टेस्ट मैचों में पुजारा ने लगभग 70 की औसत से यह रन बनाए हैं, जिसमें 4 शतक और 5 अर्धशतक शामिल है। इसमें एक दोहरा शतक भी शामिल है और इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने हर परिस्थिति में रन बनाकर अपनी अहमियत साबित की है। वह 2017 में 1000 से अधिक रन बनाने वाले 6 खिलाड़ियों में से एक थे और यह पहला मौका है जब उन्होंने एक कैलेंडर वर्ष में 1000 से अधिक रन बनाए हैं। पूरे साल अपनी इसी निरन्तर बल्लेबाजी की वजह से वह वर्तमान में टेस्ट बल्लेबाजी रैंकिंग में तीसरे स्थान पर हैं। अब दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी टीम को उनसे इसी तरह की प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी।
#1 विराट कोहली
![KOHLI](http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/KOHLI5.jpg?w=190 190w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/KOHLI5.jpg?w=720 720w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/KOHLI5.jpg?w=640 640w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/KOHLI5.jpg?w=1045 1045w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/KOHLI5.jpg?w=1200 1200w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/KOHLI5.jpg?w=1460 1460w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/KOHLI5.jpg?w=1600 1600w, http://hindi-writers.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2017/12/KOHLI5.jpg 1920w)
2017 का साल विराट कोहली के लिए काफी जबरदस्त रहा है और इस सूची में उनको पहला स्थान मिलना कोई आश्चर्यजनक बात नहीं हो सकती। साल में उन्होंने 3 दोहरे शतक लगाए और कप्तान के रूप में सर्वाधिक दोहरे शतक बनाने के ब्रायन लारा के रिकॉर्ड को तोड़ दिया और अभी उन्हें नियमित कप्तान बने 3 साल का समय ही हुआ है। कोहली ने लगातार दूसरे साल 1000 से ज्यादा टेस्ट रन बनाए हैं और इस साल उन्होंने अपने करियर का सर्वोच्च स्कोर भी बनाया। साल में खेले 10 टेस्ट मैचों में उन्होंने 75 की औसत से 1059 रन बनाए हैं। उन्होंने पूरे साल काफी निरंतरता से बल्लेबाजी की है और सर्वाधिक 5 शतक बनाये हैं जबकि 1 की अर्धशतकीय पारी खेली है। अपने इसी निरन्तर प्रदर्शन की वजह से वह टेस्ट बल्लेबाजों की रैंकिंग में स्टीव स्मिथ के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। वह बल्लेबाजी के साथ ही कप्तानी में भी सबसे आगे से टीम को लीड कर रहे हैं और उनसे दक्षिण अफ्रीका में भी ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी। लेखक- श्रीहरि अनुवादक- ऋषिकेश सिंह