#3. निचले मध्य-क्रम की कमज़ोरी
भारत के पास इस समय निचले मध्य-क्रम में हार्दिक पांड्या के अलावा कोई अच्छा फिनिशर नहीं है। इंग्लैंड में, सपाट पिच होने की वजह से अंतिम 10 ओवरों में 90-100 रन बनाना लाज़मी होगा।
पिछले कुछ सालों से शीर्ष क्रम के तीन बल्लेबाजों- शिखर धवन, विराट कोहली, रोहित शर्मा के अलावा कोई भी बल्लेबाज़ बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहा है।
तो अगर विश्व कप में भारत को अपनी जीत की संभावनायें बढ़ानी हैं तो हार्दिक पांड्या के जोड़ीदार के तौर पर किसी बल्लेबाज़ को फिनिशर की भूमिका निभानी होगी। मध्य-क्रम में भारत के पास विजय शंकर, केदार जाधव और हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ी हैं जो लंबी पारी खेलने के लिए नहीं जाने जाते।
क्रिकेट फैंस एमएस धोनी से यह उम्मीद करेंगे कि वे निचले क्रम में फिनिशर की भूमिका बखूबी निभाएंगे।आईपीएल में धोनी ज़बरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं और अगर वह विश्व कप में भी इस प्रदर्शन को दोहरा पाते हैं तो भारत को तीसरी बार विश्व विजेता बनने से कोई नहीं रोक सकेगा।
लेखक: अयुज आर्यन अनुवादक: आशीष कुमार