टी20 प्रारूप ऐसा है जहाँ खेलने वाले खिलाड़ी को निरंतर बेहतर प्रदर्शन करना ही होता है। टेस्ट क्रिकेट में एक या दो बड़ी पारियां खेलने के बाद टीम में कुछ समय तक जगह पक्की हो जाती है लेकिन टी20 क्रिकेट में ऐसा नहीं होता। इसमें डायनेमिक्स बदलते रहते हैं और खिलाड़ी भी उस हिसाब से आते और जाते रहते हैं। टी20 क्रिकेट में बेहतर नहीं खेलने पर रिप्लेसमेंट के लिए खिलाड़ियों की लम्बी लाइन लगी होती है। छोटे प्रारूप में कम समय के लिए मैदान पर आओ और अपना धाकड़ खेल दिखाओ, यही उम्मीद टीम और दर्शक करते हैं।
कई बार बड़े नाम इस प्रारूप में आकर धाकड़ खेल दिखाते हैं लेकिन कुछ समय बाद प्रदर्शन में निरन्तरता नहीं होने से उन्हें बाहर का रास्ता भी दिखा दिया जाता है। एक बार रिप्लेसमेंट वाले खिलाड़ी ने बेहतर प्रदर्शन किया, तब टीम में वापसी का काफी कम आसार होते हैं। ऐसे ही कुछ एशियाई खिलाड़ी हैं जिनका टी20 करियर टीम से बाहर होने के बाद लगभग खत्म हो गया है।
3 एशियाई खिलाड़ी जिनका टी20 करियर खत्म हो गया है
कामरान अकमल
कामरान अकमल लम्बे समय तक पाकिस्तानी टीम के साथ जुड़े थे थे और उन्होंने 58 टी20 मुकाबले खेले हैं। उन्होंने 5 फिफ्टी जड़ी हैं और आईपीएल के पहले सीजन में भी राजस्थान रॉयल्स के लिए खेले थे। बतौर विकेटकीपर सरफराज अहमद के आने के बाद अकमल का काम खत्म होने के अलावा टी20 करियर भी खत्म हो गया।
केदार जाधव
इस भारतीय खिलाड़ी को टी20 टीम में कई मौके मिले। 9 मैच उन्होंने टी20 करियर में खेले और 122 रन बनाए। तीन साल से भारतीय टीम के लिए उन्होंने टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। कई युवा खिलाड़ी उनकी जगह भर चुके हैं, ऐसे में सबसे छोटे प्रारूप की टीम में शायद ही अब फिर से खेलने का मौका मिले।
दिनेश कार्तिक
दिनेश कार्तिक ने श्रीलंका में निदहास ट्रॉफी के फाइनल में भारत को जीत दिलाई थी। टीम इंडिया के लिए 32 टी20 खेलने वाले कार्तिक के लिए अब जगह दिखाई नहीं देती। आईपीएल में धाकड़ खेल दिखाने वाले कई खिलाड़ी लाइन में हैं और टीम में जगह ही नहीं है। विकेटकीपर के तौर पर केएल राहुल खेलते हैं इसलिए भी उनकी जगह मुश्किल है।