बीसीसीआई के द्वारा आयोजित घरेलू भारतीय टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी का हाल ही में समापन हुआ। इस बार मुंबई की टीम ने उत्तर प्रदेश को फाइनल में हराकर यह ट्रॉफी अपने नाम की। वनडे प्रारूप में खेले गए इस टूर्नामेंट में बल्लेबाजों का दबदबा देखने को मिला। कई बल्लेबाजों के बल्ले से खूब सारे रन निकले और इनमें से कुछ बल्लेबाज हमें जल्द ही भारतीय टीम के लिए भी खेलते हुए दिखाई दे सकते हैं। यह टूर्नामेंट घरेलू क्रिकेट के सबसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में से एक है। मुंबई ने चौथी बार इस ट्रॉफी पर अपना कब्ज़ा जमाया, वहीँ उत्तर प्रदेश की टीम ने भी युवा खिलाड़ियों के सहारे फाइनल तक का सफर तय किया, जोकि काफी सराहनीय है।
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इस बार का टूर्नामेंट बल्लेबाजों के लिहाज से काफी अच्छा रहा। बल्लेबाजों ने गेंदबाजों के खिलाफ जमकर रन बनाये और टूर्नामेंट के दौरान हमें कई हाई स्कोरिंग गेम देखने को मिले। इस बार टूर्नामेंट में कई बल्लेबाजों ने अपनी बल्लेबाजी के स्तर को बहुत ही ऊपर उठाते हुए शानदार बल्लेबाजी की और टूर्नामेंट के दौरान कई रिकॉर्ड भी अपने नाम किये। इस आर्टिकल में हम उन 3 बल्लेबाजों की चर्चा करने जा रहे हैं, जिन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी 2021 में सर्वाधिक शतक लगाए हैं।
#3 रवि समर्थ (3)
कर्नाटक के रवि समर्थ ने इस बार टूर्नामेंट में शानदार बल्लेबाजी की और अपनी टीम को सेमीफइनल तक पहुँचाने में गजब का रोल निभाया। हालाँकि यह बल्लेबाज अपने साथ खिलाड़ी पडीक्कल की शानदार बल्लेबाजी के कारण ज्यादा चर्चा नहीं बटोर पाया लेकिन इनके प्रदर्शन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। समर्थ ने इस सीजन 7 पारियों 122.60 की औसत से 613 रन बनाये। इस दौरान उन्होंने 3 शतक जड़े। टूर्नामेंट में 192 रन उनका सर्वाधिक स्कोर रहा।
#2 देवदत्त पडीक्कल (4)
कर्नाटक के ओपनिंग बल्लेबाज देवदत्त पडीक्कल एक बार फिर घरेलू टूर्नामेंट में रन बनाने के मामले में निरंतरता दिखते हुए नजर आये और इस बार विजय हजारे ट्रॉफी में उनका बल्ला खूब चला। पडीक्कल इस बार टूर्नामेंट में रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर रहे। पडीक्कल ने सात मैचों की 7 पारियों में 147.40 की लाजवाब औसत से 737 रन बनाये। पडीक्कल के नाम इस सीजन 4 शतक दर्ज हैं। उन्होंने यह शतक लगातार चार मैचों में जड़े थे।
#1 पृथ्वी शॉ (4)
हाल ही में अपनी ख़राब फॉर्म के चलते भारतीय टीम से बाहर होने वाले मुंबई के युवा ओपनिंग बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने विजय हजारे ट्रॉफी में रनों का अंबार लगा दिया। पृथ्वी ने मयंक अग्रवाल के विजय हजारे ट्रॉफी के एक सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए टूर्नामेंट की 8 पारियों में चार शतक लगाते हुए 165.40 की औसत से 819 रन बनाये। इस दौरान पृथ्वी शॉ ने ये सभी रन 138.29 के बेहतरीन स्ट्राइक रेट से बनाये। पृथ्वी ने बतौर कप्तान भी सराहनीय काम किया और अपनी टीम को ख़िताब जिताया।