आईपीएल (IPL) के इस सीजन को भले ही बीच में रोकना पड़ा हो लेकिन बल्ले से दर्शकों का मनोरंजन काफी अच्छा देखने को मिला। चेन्नई में हुए मैचों को अलग कर दिया जाए, तो अन्य मैदानों पर रन बनते हुए देखे गए हैं। दिल्ली में आने के बाद तो मानों गेंद को मैदान से बाहर भेजने की होड़ लग गई हो। किरोन पोलार्ड (Kieron Pollard) और जोस बटलर जैसे बल्लेबाजों ने वहां खेलने का आनन्द उठाया। अम्बाती रायडू का बल्ला भी दिल्ली में आने के बाद काफी अच्छी तरह चला था।
ऑरेंज कैप के लिए भी खिलाड़ियों में एक होड़ देखी गई। बल्लेबाज रन बनाकर एक-दूसरे को निचले पायदान पर भेजते रहे। कोरोना वायरस के कारण स्थगित हुए इस टूर्नामेंट में बल्लेबाजों ने पूरी तरह से मनोरंजन किया। कुछ शतकीय पारियां भी इस बार आईपीएल में देखने को मिली लेकिन खास बात यह रही कि शतक बनाने वाले सभी बल्लेबाज सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप 4 खिलाड़ियों की लिस्ट से बाहर रहे। शिखर धवन टॉप पर रहे। शतक के बाद भी टॉप 4 में नहीं आने वाले बल्लेबाजों के बारे में यहाँ बताया गया है।
देवदत्त पडीक्कल
आरसीबी से खेलने वाले इस बल्लेबाज ने इस सीजन एक शतकीय पारी खेली लेकिन सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की सूची में यह खिलाड़ी काफी नीचे चला गया। उनका नम्बर इस लिस्ट में सत्रहवें नम्बर पर रहा। 6 मैचों में पडीक्कल ने 195 रन बनाए जिनमें 101 रन की नाबाद पारी भी शामिल है। उनका स्ट्राइक रेट इस दौरान 152 का रहा है।
जोस बटलर
राजस्थान रॉयल्स के ओपनर बल्लेबाज ने दिल्ली में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ शतक लगाया था। उन्होंने 124 रन की पारी खेली। सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में वह 7वें स्थान पर हैं। बटलर ने 7 मैचों में 254 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट इस दौरान 153 का रहा। बटलर का बल्ला ज्यादा नहीं चला लेकिन कुछ छोटी उपयोगी पारियां शतक से पहले उन्होंने खेली थी।
संजू सैमसन
राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने पहले ही मैच में पंजाब किंग्स के खिलाफ शतकीय पारी खेलते हुए 119 रन बनाए थे। हालांकि इसके बाद वह कुछ मैचों में लगातार फ्लॉप रहे थे। सैमसन ने 7 मैच खेलकर कुल 277 रन अपने नाम किये। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 145 से ज्यादा का रहा। सैमसन ने 46 से भी ज्यादा के औसत से रन बनाए। वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में पांचवें स्थान पर थे।