आईपीएल शुरू होने से पहले कहा जा रहा था कि इस बार यूएई में टूर्नामेंट हो रहा है इसलिए वहां गेंदबाजों के लिए मदद होगी और बल्लेबाजों के लिए ज्यादा खास मदद नहीं होगी। यह भी बातें सामने आती थी कि आईपीएल में पिचें स्पिन होंगी और मैदान बड़े होंगे इसलिए छक्के भी उतने देखने को नहीं मिलेंगे लेकिन यह बात भी गलत साबित हो गई। भारतीय मैदानों की तरह ही यूएई में भी बल्लेबाजों के तगड़े छक्के देखने को मिल रहे हैं। सबसे अहम बात यह है कि भारतीय बल्लेबाज इशान किशन इस मामले में सबसे आगे हैं।
हार्दिक पांड्या, किरोन पोलार्ड आदि बल्लेबाजों ने भी आईपीएल के इस सीजन में छक्कों का लुत्फ़ उठाया है। हवाई शॉट खेलने वाले बल्लेबाजों के शॉट मैदान से बाहर जाकर गिरते ही हैं। बल्लेबाजों के अलावा कई बार गेंदबाज भी अपनी बल्लेबाजी के दौरान हवाई शॉट से गेंद को मैदान से बाहर पहुंचा देते हैं। दर्शकों को भी छक्के देखना ख़ासा पसंद होता है। आईपीएल की यही खास बात है। गेंदबाजों को संभलकर गेंदबाजी करने की जरूरत हर गेंद पर होती है क्योंकि पता नहीं चलता कि कब हवाई शॉट मैदान से बाहर पहुँच जाए। इन सबके बाद भी कुछ दिग्गज बल्लेबाज ऐसे रहे हैं जिन्होंने आईपीएल के इस सीजन में कई बार मौका मिलने के बाद एक बार भी छक्का नहीं लगाया। एक छक्का भी नहीं जड़ पाना इन बल्लेबाजों के नाम के अनुरूप सही नहीं कहा जा सकता है। यहाँ उन बल्लेबाजों को शामिल किया गया है जिन्होंने 5 से ज्यादा मैच खेले।
आईपीएल 2020 में ये दिग्गज बल्लेबाज नहीं जड़ पाए छक्का
श्रेयस गोपाल
राजस्थान रॉयल्स का यह खिलाड़ी ऑल राउंडर की हैसियत रखता है और ऐसा भी नहीं है कि उन्हें बल्लेबाजी नहीं मिली। 39 गेंदों का सामना उन्होंने इस आईपीएल में किया लेकिन एक बार भी छह रन के लिए गेंद को सीमा रेखा से बाहर नहीं भेज पाए। उनका उच्च स्कोर नाबाद 23 रन रहा। बड़े शॉट की क्षमता उनमें बखूबी है।
केदार जाधव
चेन्नई सुपरकिंग्स का यह बल्लेबाज इस सीजन पूरी तरह से फ्लॉप रहा है। केदार जाधव ने चेन्नई के लिए इस बार 8 मुकाबले खेले लेकिन एक भी छक्का नहीं जड़ पाए। केदार जाधव आसानी से छक्के लगाते हैं लेकिन इस आईपीएल में ऐसा देखने को नहीं मिला। इस सीजन केदार जाधव ने कुल 66 गेंदों का सामना किया और कुल 62 रन बनाकर पूरी तरह से फ्लॉप रहे।
ग्लेन मैक्सवेल
थोड़ा आश्चर्य जरुर होता है जब इस लिस्ट में ग्लेन मैक्सवेल का नाम आता है। मैक्सवेल को बड़े-दे छक्के लगाने के लिए जाना जाता है लेकिन आईपीएल का यह सीजन उनके लिए खराब रहा। मैक्सवेल बुरी तरह फ्लॉप रहे। किंग्स इलेवन पंजाब ने उन्हें पूरा मौका दिया और 13 मैचों में अंतिम ग्यारह में जगह दी लेकिन उनका बल्ला एक बार भी गेंद को हवाई रास्ते से बाहर नहीं भेज पाए। मैक्सवेल ने कुल 13 मैच खेले और महज 108 रन बनाए। इस खराब प्रदर्शन की उम्मीद उनसे किसी ने नहीं की होगी।