अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक कप्तान के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी होती है और उसे दोहरी भूमिका भी निभानी पड़ती है। बतौर कप्तान मैदान पर योजनाओं का निष्पादन करने के अलावा एक खिलाड़ी के रूप में व्यक्तिगत प्रदर्शन करने की जिम्मेदारी भी उसके ऊपर होती है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ज्यादातर बल्लेबाज कप्तानी करते हुए देखे गए हैं। गेंदबाजों को कम ही मौकों पर टीम की कमान सँभालते हुए देखा गया है। यह एक ट्रेंड रहा है और भारतीय टीम में भी ऐसा ही देखने को मिला है।
कप्तानी पारी खेलते हुए किसी मैच में अपनी टीम को जीत दिलाने से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता है और कई मौकों पर कप्तानों ने अपनी टीम को संकट से निकालने का काम भी किया है। महेंद्र सिंह धोनी का नाम उन कप्तानों में सबसे ऊपर लिया जा सकता है। उन्होंने कई मैचों में फिनिशर की भूमिका निभाते हुए टीम के लिए बेहतर कार्य किया। इस आर्टिकल में उन तीन बल्लेबाजों का जिक्र किया गया है जिन्होंने बतौर कप्तान खेलते हुए वनडे की एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाए हैं।
सनथ जयसूर्या
श्रीलंका के इस विस्फोटक बल्लेबाज ने बतौर कप्तान खेलते हुए वनडे करियर का उच्चतम स्कोर भारत के खिलाफ बनाया था। 2000 में जयसूर्या ने टीम इंडिया के खिलाफ खेलते हुए 189 रन की पारी खेली थी। इस दौरान उन्होंने कुल 161 गेंदों का सामना किया था। लम्बे समय तक यह पारी टॉप पर बनी रही थी।
रोहित शर्मा
जिस तरह जयसूर्या ने भारत के खिलाफ उच्च स्कोर बनाया था। उस तरह बतौर कप्तान खेलते हुए रोहित शर्मा ने 2017 में श्रीलंकाई टीम के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की थी। चंडीगढ़ में बतौर कप्तान खेलते हुए रोहित शर्मा ने कुल 153 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 208 रनों की पारी खेली थी। भारतीय टीम को इस मैच में 141 रनों की बड़ी जीत हासिल हुई थी।
वीरेंदर सहवाग
इस भारतीय बल्लेबाज ने अपने अलग अंदाज से हर किसी का दिल जीता है। वीरेंदर सहवाग ने इंदौर में वेस्टइंडीज के खिलाफ 149 गेंदों का सामना करते हुए 219 रनों की बड़ी पारी खेली थी। वह इस मैच में भारतीय टीम के कप्तान थे। टीम इंडिया ने मेहमान वेस्टइंडीज को इस मुकाबले में 153 रनों के बड़े अंतर से हराया। बतौर कप्तान किसी वनडे मैच में यह सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर है।