वीरेंदर सहवाग उस खिलाड़ी का नाम है जिसे तूफानी बल्लेबाज के रूप में जाना जाता था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वीरेंदर सहवाग ने निचले क्रम में खेलना शुरू किया था। इसके बाद वीरेंदर सहवाग को बतौर ओपनर जगह मिली और उन्होंने खुद को साबित कर दिया। टेस्ट और वनडे दोनों प्रारूप में वीरेंदर सहवाग का काम नई गेंद को सीमा रेखा से बाहर भेजकर गेंदबाजों को परेशान करना था। उन्होंने इस काम में कोई गलती नहीं की और गेंदबाजों को हमेशा अपने बल्ले से मुश्किल में डाला। सहवाग के सामने गेंदबाजों को पता नहीं होता था कि वे कौन सी गेंद को सीमा रेखा से बाहर भेज देंगे।
वीरेंदर सहवाग ने कई मौकों पर लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम कको जबरदस्त शरूआत दिलाई। यही कारण रहा कि मध्यक्रम के बल्लेबाजों को एक मोमेंटम मिलता था और उन्हें भी खेलने में आसानी रहती थी। परिस्थितियां पक्ष में हो या विपक्ष में, सहवाग का बल्ला हमेशा समान रूप से चलता था। उन्हें गेंदबाजों से कभी कोई मतलब नहीं रहा। यही कारण रहा कि उनकी तुलना विवियन रिचर्ड्स जैसे दिग्गज से भी होती रही। गेंदबाजी में भी कभी-कभी उनकी स्पिन का जादू दिखता था। इस आर्टिकल में वीरेंदर सहवाग के करियर की 3 श्रेष्ठ पारियों का जिक्र किया गया है।
वीरेंदर सहवाग की 3 बेस्ट पारियां
309 बनाम पाकिस्तान, मुल्तान
भारतीय टीम के पाकिस्तान दौरे पर सहवाग ने मुल्तान टेस्ट के दौरान 309 रन बनाए थे। यह उनके करियर का पहला तिहरा शतक था और भारत की तरफ से ऐसा करने वाले वे पहले बल्लेबाज बने। भारत ने इस मैच को एक पारी और 52 रनों से जीता था। सहवाग की यह श्रेष्ठ पारी थी, उनके साथ सचिन तेंदुलकर थे जिन्होंने नाबाद 194 रन बनाए।
319 बनाम दक्षिण अफ्रीका, चेन्नई
वीरेंदर सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में अपना दूसरा तिहरा शतक घरेलू जमीन पर लगाया। इस बार उनके बल्ले का शिकार दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाज बने। 319 रन की धमाकेदार पारी खेल वे विश्व के उन चुनिन्दा खिलाड़ियों में शामिल हो गए जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक जड़ा है। हालांकि यह मुकाबला ड्रॉ रहा था।
219 बनाम वेस्टइंडीज, इंदौर
टेस्ट में बेहतर खेलने के बाद वीरेंदर सहवाग वनडे में कहाँ पीछे रहने वाले थे। इस बार इंदौर में वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी हुई। सहवाग ने 219 रन बनाकर वनडे में सचिन के बाद ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय बने। वेस्टइंडीज के सामने सहवाग ने 149 गेंद पर 25 चौके और 7 छक्के जड़े। डकवर्थ लुईस नियम से भारत ने विंडीज को 153 रन से हराया।