3 big mistakes might hurt Team India in Australia: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह पक्का करने की प्रबल दावेदार मानी जा रही भारतीय टीम को अपने टेस्ट सीजन का आगाज बांग्लादेश के खिलाफ करना है। इन दोनों टीम के बीच 19 सितंबर से चेन्नई में खेले जाने वाले मुकाबले से दो मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत होनी है। इसके बाद, टीम इंडिया को न्यूजीलैंड की तीन टेस्ट मैचों के लिए मेजबानी करनी है, जबकि नवंबर-दिसंबर में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है। इस बार ऑस्ट्रेलिया में भारत को चार नहीं, पांच टेस्ट खेलने हैं। इसके लिए अभी से दोनों ही टीम के खिलाड़ियों के साथ-साथ फैंस भी काफी उत्साहित हैं।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया में पिछली दो टेस्ट सीरीज में कमाल का प्रदर्शन किया और दोनों ही बार कंगारू टीम को धूल चटाई। हालांकि, इस बार मामला आसान नहीं होगा और उसके पीछे टीम इंडिया की कुछ बड़ी गलतियां जिम्मेदार हो सकती हैं। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 बड़ी गलतियों का जिक्र करने जा रहे हैं, जिनका भारत को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान ऑस्ट्रेलिया में खामियाजा उठाना पड़ सकता है।
3. तेज गेंदबाजी के लिए बैकअप तैयार ना करना
भारत के लिए पिछले कुछ समय से टेस्ट में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज की तेज तिकड़ी ने तेज गेंदबाजी विभाग में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। इन तीनों ने घरेलू और विदेशों में विरोधी बल्लेबाजों को धूल चटाई। हालांकि, इनके शानदार प्रदर्शन के कारण किसी भी अन्य तेज गेंदबाज को ज्यादा मौके नहीं मिले और इसी वजह से भारत के पास अभी तक कोई भी चौथा तेज गेंदबाज तैयार नजर नहीं आता है। अगर ऑस्ट्रेलिया में कोई गेंदबाज चोटिल हुआ या फिर चौथा तेज गेंदबाज खिलाना पड़ा तो टीम इंडिया को समस्या हो सकती है।
2. बैकअप ओपनर की कमी
तेज गेंदबाजी विभाग की तरह ही भारत के पास ओपनिंग में भी सिर्फ कप्तान रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ही हैं। पूर्व में पारी की शुरुआत करने वाले शुभमन गिल को नंबर तीन की जिम्मेदारी दे दी गई है, जबकि केएल राहुल अब मध्यक्रम का हिस्सा हैं। इस वजह से इन दोनों को ही काफी समय से टेस्ट फॉर्मेट में ओपनिंग का अनुभव नहीं है। वहीं, घरेलू सरजमीं पर शानदार प्रदर्शन करने वाले जायसवाल का विदेश में असली टेस्ट होना बाकी है। बाएं हाथ का बल्लेबाज दक्षिण अफ्रीका में सफल नहीं हो पाया था। ऐसे में अगर जायसवाल ऑस्ट्रेलिया में फ्लॉप हुए या कोई ओपनर चोटिल हो गया तो फिर टीम इंडिया के पास बैकअप की कमी रहेगी।
1. तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर का ना होना
भारत के लिए सबसे बड़ी समस्या तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की हो सकती है, जिसका विकल्प तैयार करने पर कोई भी ध्यान नहीं दिया गया। हार्दिक पांड्या के बाहर होने के बाद भारत ने किसी भी ऑलराउंडर को तैयार नहीं किया। बीच में, शार्दुल ठाकुर ने कुछ मैचों में जिम्मेदारी संभाली लेकिन अब वह टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों में तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर प्लेइंग 11 के संतुलन के लिए भी बेहद अहम होता है लेकिन भारत के पास अभी तक कोई भी तैयार विकल्प नजर नहीं आ रहा है