Rinku Singh scored less quick than Ajinkya Rahane in SMAT: भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाज रिंकू सिंह के रन बनाने की गति घरेलू टी-20 प्रतियोगिता में लगातार कम होती दिख रही है। रिंकू सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेल रहे थे जिसमें उत्तर प्रदेश का सफर बीते बुधवार को क्वार्टर फाइनल में मिली हार के साथ समाप्त हुआ। इस अहम मैच में रिंकू का बल्ला एकदम खामोश रहा। पूरे टूर्नामेंट में भी वह कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके और केवल 152 की स्ट्राइक-रेट से रन बना सके। यहां 152.19 की स्ट्राइक-रेट इसलिए कम मानी जा रही है क्योंकि अजिंक्य रहाणे 167.83 की स्ट्राइक-रेट से रन बना रहे हैं। आइए जानते हैं इस गिरावट के तीन कारण क्या हो सकते हैं।
#3 निश्चित बल्लेबाजी पोजीशन में सेट नहीं हो पाना
मुश्ताक अली ट्रॉफी में यूपी ने उनकी बल्लेबाजी पोजीशन को स्थिरता देने की कोशिश की है। नौ में से सात पारियों में रिंकू को पांच नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया है। इसके अलावा एक बार उन्होंने छह नंबर पर बल्लेबाजी की है और एक मैच में पांच नंबर पर उन्हें नहीं भेजा गया था। इस मैच में फिर उनकी बल्लेबाजी भी नहीं आई। संभवतः ये रिंकू को सेट होने में समस्या पैदा कर रहा है क्योंकि उनकी आदत ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने की है।
#2 अतिरिक्त दबाव में बल्लेबाजी
वर्तमान टूर्नामेंट में रिंकू ने लगभग हर मैच में ही दबाव में बल्लेबाजी की है। तीन मैचों में उन्हें पावरप्ले में ही बल्लेबाजी के लिए आना पड़ा है। इसके अलावा दो मैचों में वह नौवें ओवर में ही बल्लेबाजी के लिए आए हैं। ऐसी परिस्थितियों में पारी को संभालने के लिए किसी भी बल्लेबाज को संभलकर खेलना होता है और रिंकू ने भी ऐसा ही किया है। एक मैच में उन्हें 17वें ओवर में आने का मौका मिला था तो वह लगभग 300 की स्ट्राइक-रेट से रन बनाकर नाबाद रहे थे।
#1 इंटरनेशनल में कम एक्सपोजर मिलना
रिंकू ने अगस्त 2023 में टी-20 इंटरनेशनल डेब्यू किया था और उनके डेब्यू से अब तक भारत ने 38 टी-20 मुकाबले खेले हैं। इनमें से 30 में रिंकू को खेलने का मौका मिला है। हालांकि, रिंकू को टी-20 विश्व कप के लिए नहीं चुनकर साफ तौर पर दिखाया गया था कि उन पर मैनेजमेंट को कितना भरोसा है।
इंटरनेशनल लेवल पर मिल रहा कम एक्सपोजर भी रिंकू की बल्लेबाजी पर प्रभाव डाल रहा है। रिंकू लगातार खुद को आक्रामक फिनिशर के रूप में साबित करते आए हैं, लेकिन इसके बावजूद अधिक भरोसा नहीं दिखाया जाना उनके कॉन्फिडेंस पर प्रभाव डाल रहा है।