Biggest leads Cover by Team India: भारतीय किकेट टीम का टेस्ट क्रिकेट इतिहास उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। टीम इंडिया को कई बार करारी शिकस्त मिली है, तो कई बार भारतीय टीम ने टेस्ट में नंबर-1 का ताज भी हासिल किया है। टीम इंडिया के 92 साल के टेस्ट क्रिकेट सफर में कई बार विरोधी टीमों से भारी भरकम लीड का सामना करना पड़ा है।
इस दौरान भारतीय क्रिकेट टीम कभी तो भारी लीड के बोझ के नीचे दब गई तो कुछ मौके ऐसे भी रहे हैं, जहां बड़े मार्जिन की लीड को टीम इंडिया ने सफलतापूर्वक कवर किया है। तो चलिए आपको बताते हैं कि टीम इंडिया के टेस्ट क्रिकेट इतिहास की 3 सबसे बड़ी लीड जो सफलतापूर्वक कवर की गई हैं।
3) 334 रन बनाम श्रीलंका, अहमदाबाद (2009)
भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में तीसरी सबसे बड़ी लीड कवर करने का रिकॉर्ड साल 2009 में बना था। जब अहमदाबाद में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच खेला गया था। इस टेस्ट में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 426 रन का स्कोर बनाया था, जिसके जवाब में श्रीलंका ने 760 रन बनाकर टीम इंडिया पर 334 रनों की बढ़त बनायी थी। इसके बाद दूसरी पारी में भारत ने कमाल का खेल दिखाते हुए इस बड़ी लीड को कवर कर 4 विकेट पर 412 रन बनाए और मैच बचा लिया था।
2) 356 रन बनाम न्यूजीलैंड, बेंगलुरू (2024)
भारत और न्यूजीलैंड के बीच बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में सीरीज का पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने बड़ा कमाल किया। इस मैच में भारत ने न्यूजीलैंड ने पहली पारी के आधार पर 356 रन की बढ़त बनायी, जिसे भारत ने दूसरी पारी में खेलते हुए कवर कर लिया। यहां इस मैच में टीम इंडिया पहली पारी में सिर्फ 46 रन के स्कोर पर आउट हो गई, जिसके बाद न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 402 रन बनाए। लेकिन भारतीय टीम ने दूसरी पारी में जोरदार वापसी करते हुए लीड को कवर कर लिया।
1) 380 रन बनाम इंग्लैंड, चेन्नई (1985)
भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे बड़ी लीड कवर करने का मौका रिकॉर्ड साल 1985 में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था। चेन्नई में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए इस मैच में भारतीय टीम पहली पारी में 272 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी, जिसके बाद इंग्लैंड ने पहली पारी में 7 विकेट पर 652 रन के स्कोर पर पारी घोषित कर 380 रन की लीड हासिल की थी। इसके बाद दूसरी पारी में भारत ने 412 रन का स्कोर बनाकर लीड को कवर जरूर किया, लेकिन इंग्लैंड ने 33 रन के लक्ष्य को 1 विकेट खोकर हासिल करते हुए 9 विकेट से मैच अपने नाम किया था।