भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच जोहानसबर्ग में खेले गए टेस्ट मैच (IND vs SA) के चौथे दिन मैच की आखिरी पारी में मेजबान टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक जबरदस्त जीत दर्ज की। यह दक्षिण अफ्रीका की इस मैदान पर भारत के खिलाफ पहली जीत है। चौथे दिन खेल बारिश से प्रभावित हुआ लेकिन जब खेल शुरू हुआ तो दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर (Dean Elgar) ने अन्य बल्लेबाजों के साथ अपनी टीम को जीत की मंजिल तक पहुंचाया। दूसरा मैच जीतने के बाद तीन मैचों की सीरीज 1-1 की बराबरी पर आ चुकी है और सीरीज का अंतिम मैच काफी महत्वपूर्ण होगा।
दक्षिण अफ्रीका ने एक बड़ा टारगेट चौथी पारी में चेज किया और यह पहली बार नहीं है, जब किसी टीम ने चौथी पारी में भारत के खिलाफ बड़ा लक्ष्य सफ़लतपूर्वक हासिल किया हो। इससे पहले भी कई टीमों ने यह कारनामा किया है और जीत हासिल की है। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 बड़े टारगेट का जिक्र करने जा रहे हैं, जो चौथी पारी में भारत के खिलाफ सफलतापूर्वक हासिल किये गए हैं।
3 सबसे बड़े टारगेट जो भारत के खिलाफ चौथी पारी में सफलतापूर्वक चेज हुए
#3 240 (दक्षिण अफ्रीका), जोहानसबर्ग 2021/22
जोहानसबर्ग में खेले गए इस टेस्ट से पहले भारत ने सेंचुरियन में शानदार जीत दर्ज करते हुए सीरीज में 1-0 की बढ़त बना रखी थी और उनके पास इस टेस्ट को जीतकर पहली बार सीरीज जीतने का मौका था। टॉस जीतकर भारत ने पहले बल्लेबाजी चुनी। हालांकि बल्लेबाजों का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा और भारतीय टीम की पहली पारी 202 रन पर सिमट गयी। कप्तान राहुल ने 50 और आर अश्विन ने 46 रन बनाये। जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने कीगन पीटरसन और टेम्बा बवुमा के अर्धशतक की मदद से 229 रन बनाये और 27 रन की बढ़त हासिल की।
भारत की दूसरी पारी की शुरुआत खास नहीं रही और दोनों ओपनर्स जल्दी आउट हो गए। यहाँ से चेतेश्वर पुजारा (53) और अजिंक्य रहाणे ने (58) रन का योगदान दिय। निचले क्रम में हनुमा विहारी 40 रन बनाकर नाबाद रहे और शार्दुल ने भी 28 रन बनाये। इस तरह भारत ने दूसरी पारी में 266 का स्कोर बनाया और मेजबान टीम के सामने 240 रन का लक्ष्य रखा।
लक्ष्य का पीछा करते हुए प्रोटियाज टीम को एल्गर और मार्कराम ने 47 रन की शुरुआत दिलाई। मार्कराम 31 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन डीन एल्गर एक छोर से डटे रहे और अन्य बल्लेबाजों के साथ कुछ महत्वपूर्ण साझेदारी निभाते हुए टीम को 243/3 के स्कोर पर पहुंचाकर 7 विकेट से जीत दिलाई। एल्गर 188 गेंदों में 96 रन तथा बवुमा 23 रन बनाकर नाबाद रहे।
#2 276 (वेस्टइंडीज), दिल्ली 1987/88
1987/88 में भारत दौरे पर आई वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट मैच दिल्ली में खेला गया। इस मैच में पैट्रिक पैटरसन ने भारत के पांच विकेट झटक कर पहली पारी महज 75 रन पर समेट दी थी। जवाब में चेतन शर्मा के पांच विकेट की वजह से वेस्टइंडीज भी बड़ा स्कोर नहीं बना पाई लेकिन 127 रन बनाकर बढ़त ले ली।
दूसरी पारी में भारत के लिए दिलीप वेंगसकर ने शानदार 102 रन की पारी खेली और टीम के अन्य बल्लेबाजों ने भी उपयोगी योगदान दिया, जिसकी वजह से भारत ने 327 का स्कोर बनाया। वेस्टइंडीज को बढ़त की वजह से 276 का मुश्किल लक्ष्य मिला। लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने अच्छी बल्लेबाजी की। मेहमान टीम के लिए सर विवियन रिचर्ड्स ने एक बेहतरीन शतक जड़ते हुए 109 रन की नाबाद पारी खेली और गस लोगी ने भी 46 रन का योगदान दिया। इस तरह वेस्टइंडीज ने 276/5 का स्कोर बनाकर एक शानदार जीत हासिल की।
#1 339 (ऑस्ट्रेलिया) पर्थ 1977/78
साल 1977/78 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गयी भारतीय टीम ने पर्थ में खेले गए सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए मोहिंदर अमरनाथ के 90 और चेतन चौहान के 88 रन की बदौलत 402 का स्कोर बनाया। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने भी बॉब सिम्पसन की 176 रन की पारी की बदौलत 394 रन बनाये और भारत को मामूली बढ़त हासिल हुयी।
दूसरी पारी में भी भारतीय बल्लेबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और 330/9 के स्कोर पर पारी घोषित कर, ऑस्ट्रेलिया के सामने 339 रन का विशाल लक्ष्य रखा। ऑस्ट्रेलिया ने लक्ष्य का शानदार तरीके से पीछा किया और 342/8 का स्कोर बनाकर दो विकेट से जीत हासिल की और भारत के खिलाफ चौथी पारी में सबसे बड़े स्कोर को सफलतापूर्वक चेज करने का कारनामा किया।