#2. स्टीफन फ्लेमिंग
न्यूज़ीलैंड के सबसे सफल कप्तानों में से एक स्टीफन फ्लेमिंग के बारे में कहा जाता था के वह अपनी पूरी टीम को एक साथ बाँधकर रखने में बड़े माहिर थे। लेकिन भारतीय द्वीप पर वह भी टेस्ट मैच जीतने का इंतजार करते ही रहे पर जीत हाथ नही आ सकी। न्यूज़ीलैंड ने फ्लेमिंग की कप्तानी में अपने के कीर्तिमान स्थापित किये, वही न्यूज़ीलैंड क्रिकेट को नए शिखर पर ले जाने में फ्लेमिंग का बड़ा योगदान रहा।
1999 में न्यूजीलैंड टीम फ्लेमिंग की अगुआई में भारत के दौरे पर आई जहा 3 टेस्ट मैचों की सीरीज में दो टेस्ट ड्रा कराने में मेहमान टीम सफल रही लेकिन दूसरा टेस्ट मैच मेजबान टीम ने अपने नाम किया। आखिर में भारत ने 1-0 से यह सीरीज अपने नाम की।
2003 में एक बार फिर फ्लेमिंग की अगुआई में न्यूजीलैंड की टीम भारतीय टीम को उनके घरेलू मैदानों पर मात देने के सपने के साथ भारत पहुँची। इस बार सर्फ दो टेस्ट मैच खेले जाने थे लेकिन न्यूज़ीलैंड की टीम एक भी टेस्ट में जीत दर्ज नही कर पायी और दोनों टेस्ट मैच ड्रा रहे। कुल मिलाकर फ्लेमिंग ने भारत मे 5 टेस्ट मैचों में कप्तानी की जिनमे 4 ड्रा और 1 में उन्हें हर का सामना करना पड़ा।