#2 सौरव गांगुली
90 के बाद का दशक और 2000 से पहले का समय सौरव गांगुली का रहा। जब कपिल देव का समय धीरे धीरे अंत की ओर था। सौरव गांगुली ने भारतीय क्रिकेट में काफी खिताब अपने नाम किए और साथ ही साथ बहुत सम्मान हासिल किया।
उनका मैदान पर आक्रमणकारी, बिना डरे रहने का रवैया और उनका मैदान को संभालने का तरीका उन्हें महान बनाता था। उनका आक्रमणकारी रवैया यह संदेश देता था कि भारत एक कमजोर टीम नहीं है और वह किसी भी टिप्पणी के खिलाफ प्रतिक्रिया देने से संकोच नहीं करेगी।
गांगुली अपने विरोधियों को करारा जवाब देते थे और उनका टीशर्ट निकाल कर घुमाना आज तक याद किया जाता है। ये घटना भारतीय क्रिकेट में कभी नहीं भूलाई जा सकती। सौरव गांगुली को उनके फैन्स दादा के नाम से बुलाते है और वह अपने फैंस के काफी चहेते भी है।
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