क्रिकेट में रिकॉर्ड बनाना और तोड़ना चलता रहता है और ऐसा भी कहा जाता रहा है कि रिकॉर्ड टूटने के लिए ही बनते हैं। कई रिकॉर्ड आज भी टूटे नहीं हैं लेकिन उम्मीद यही रहती है कि एक दिन उन्हें जरुर कोई न कोई तोड़ेगा। इनमें सचिन तेंदुलकर के 100 शतक, ब्रायन लारा का टेस्ट पारी में 400 रन सहित कई अन्य बड़े कीर्तिमान शामिल हैं। बल्लेबाज और गेंदबाज को भी अपने रिकॉर्ड देखकर ख़ुशी महसूस होती है। होनी भी चाहिए क्योंकि उनका काम सराहनीय होता है। भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों ने भी विश्व क्रिकेट में अपने कीर्तिमानों से अलग छाप छोड़ने का काम किया है।
भारतीय क्रिकेट टीम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आने के बाद समय दर समय कई बेहतरीन रिकॉर्ड अपने नाम किये। इनमें सिर्फ बल्लेबाज ही नहीं बल्कि गेंदबाजों का भी उतना ही योगदान है। अनिल कुंबले, कपिल देव जैसे गेंदबाज भी इनमें शामिल हैं। अच्छे रिकॉर्ड के बाद कुछ खराब रिकॉर्ड भी क्रिकेट में बनते हैं जिन्हें कोई याद करना नहीं चाहता। ऐसे ही कई खराब रिकॉर्ड भारतीय खिलाड़ियों ने भी बनाए हैं। इन अनचाहे रिकार्ड्स के बारे में जानकार आपको भी शायद आश्चर्य हो। इस आर्टिकल में तीन ऐसे अनचाहे रिकॉर्ड के बारे में बात की गई है।
सुनील गावस्कर की सबसे धीमी पारी
भारत ही नही बल्कि दुनिया के महान बल्लेबाजों में शुमार सुनील गावस्कर के नाम वनडे क्रिकेट की सबसे धीमी पारी का रिकॉर्ड है। उन्होंने 1975 के वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ 174 गेंद खेलकर नाबाद 36 रन बनाए थे। इसमें गावस्कर ने रन बनाने की कोई कोशिश नहीं की। इस तरह की पारी के बाद उनकी आलोचना भी हुई। आज भी उनकी इस पारी के बारे में जानकार क्रिकेट फैन्स हैरानी जताते हैं और हंसते भी हैं।
अजित अगरकर का सात टेस्ट पारियों में लगातार जीरो रन
अजित अगरकर तेज गेंदबाज के रूप में टीम में आए थे लेकिन उन्हें बल्लेबाजी भी ठीक-ठाक आती थी। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट की सात पारियों में लगातार शून्य रन बनाने का अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज है। इस तरह का रिकॉर्ड हैरान करने वाला ही कहा जा सकता है। अगरकर के पास अच्छे शॉट भी थे। आगे चलकर उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में शतक भी बनाया था।
युवराज सिंह के एक वनडे ओवर में 30 रन
यह बात युवराज के बल्ले से निकले छह छक्कों से कुछ महीने पहले की है। ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ पारी के पचासवें ओवर में युवराज को पांच छक्के पड़े थे। इंग्लिश बल्लेबाज दिमित्री मैसकैरेंहास ने युवी के ओवर में 30 रन जुटाए थे। भारत की तरफ से वनडे क्रिकेट के एक ओवर में सबसे ज्यादा रन खर्च करने का शर्मनाक रिकॉर्ड युवराज सिंह के नाम ही है।