क्रिकेट की बात करें तो कहा जाता है कि बल्लेबाजी के दौरान दो खिलाडियों के बीच बड़ी साझेदारी होना बेहद महत्वपूर्ण है। मैच चाहें लिमिटेड ओवरों का हो या फिर टेस्ट। यदि किन्हीं दो बल्लेबाजों के बीच में अच्छी साझेदारी होती है, तो ऩिश्चित रूप से उसका फायदा पूरी टीम को मिलता है। आज हम वनडे क्रिकेट की उन 3 बड़ी साझेदारीयों की बात कर रहे हैं, जो वनडे के इतिहास की अबतक की सबसे बड़ी साझेदारियों में शामिल हैं। इन तीन में 2 साझेदारी तो भारतीय बल्लेबाजों के द्वारा ही बनायी गई हैं।
# सौरव गांगुली - राहुल द्रविड़ (318 रन,1999)
वनडे क्रिकेट इतिहास की तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड भी भारतीय खिलाड़ियों के नाम ही है। वनडे क्रिकेट इतिहास की तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड भारत के सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ के नाम है। सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने साल 1999 में श्रीलंका के खिलाफ टानटन में 318 रन की साझेदारी की थी।
318 की साझेदारी श्रीलंका के विरुद्ध एक मैच में भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली के बीच हुई थी, 316 रनो की साझेदारी मात्र 270 गेंदों का सामना कर बनाई गई थी, इस में मैच में सौरव गांगुली ने अपने जीवन की सबसे बड़ी 183 रनों की पारी भी खेली थी और इस मैच को भारत ने 157 रनों से जीत लिया था।
कहा जाता है कि अगर क्रिकेट में आपको जीत हासिल करनी है, तो आपकी टीम को मैच जीतने के लिए कुछ अच्छी साझेदारियां करनी होती है. जो बात बिलकुल सही है, क्योंकि क्रिकेट के 140 साल के इतिहास में देखा गया है, कि जिस टीम की तरफ से भी अच्छी साझेदारियां होती है. वही टीम मैच भी अपने नाम कर लेती है। राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली ने भी इस बात को उस दिन सच करके दिखाया था कि अगर आपको मैच जीतना है, तो आपको एक अच्छी साझेदारी करनी ही होगी।
# सचिन तेंदुलकर - राहुल द्रविड़ (331 रन,1999)
331 रनों की साझेदारी भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज राहुल द्रविड़ और क्रिकेट की दुनिया के भगवान सचिन तेंदुलकर की बीच हुई थी। राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ हैदराबाद में मात्र 227 गेंदों में 331 रनो बना दिए थे, इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने 186 रन और राहुल द्रविड़ ने 153 रन बनाये थे और इस मैच को भारतीय टीम ने 174 रनो से जीत लिया था।
1999 में हैदराबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मैच में सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ ने एक मजबूत साझेदारी निभाई थी। पांच मैचों की सीरीज में 1 विकेट गिरने के बाद सचिन तेंदुलकर के साथ मैदान पर राहुल द्रविड़ आए। दूसरा विकेट गिरने तक जहां राहुल द्रविड़ ने एक बेहतरीन पारी 153 रनों की खेली वहीं दूसरी और सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 186 रनों की पारी खेली। दोनों के बीच 331 रनों की साझेदारी हुई थी जो कि साल 2015 की सबसे बड़ी साझेदारी थी ।
# क्रिस गेल - मार्लन सैमुएल्स (372 रन, 2015)
आमतौर पर 372 रन बनने में पूरी टीम का योगदान लगता है पर 372 रनों की साझेदारी कर पाना तो इन दो बल्लेबाजों के बाये हाथ का खेल था| क्रिस गेल और मार्लन सैमुएल्स दोनों काफी घातक बल्लेबाज है। क्रिस गेल और मार्लन सैमुएल्स ने विश्व कप 2015 में 372 रनों की साझेदारी ज़िम्बाब्वे के विरुद्ध की थी| ये साझेदारी मात्र 290 गेंदों में की गई थी और इस साझेदारी में क्रिस गेल ने 215 और मार्लोन सैमुएल्स ने 133 रन बनाये थे | दोनों बल्लेबाजों ने इस मैच में बहुत ही विस्फोटक बल्लेबाजी की थी।
क्रिस गेल अपने आक्रमक खेल के लिए बहुत ही जाने जाते हैं इस पारी में भी अपना आक्रमक खेल दिखाया था। जिसके चलते क्रिस गेल और सैमुएल्स दोनों के बीच इतनी बड़ी साझेदारी हुई साथ ही सैमुएल्स ने भी क्रिस गेल का बखूबी साथ दिया था।
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