आईसीसी अंडर-19 विश्व कप (ICC Under-19 World Cup) युवाओं के लिए एक बेहतरीन अवसर माना जाता है, जहां पर युवा खिलाड़ी अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखाकर अपनी प्रतिभा का परिचय देते हैं। इस समय टूर्नामेंट का 15वां संस्करण दक्षिण अफ्रीका में खेला जा रहा है और इसमें भारत समेत कई देशों के होनहार युवा नजर आ रहे हैं। आईसीसी टूर्नामेंट ने कई युवाओं को क्रिकेट खेल जगत में नई पहचान दी है। जानकारों के अनुसार भारत में आईपीएल के आने से पहले आईसीसी अंडर-19 टूर्नामेंट को ही युवाओं के लिए अपना टैलेंट दुनिया भर के दिखाने का एकमात्र अवसर माना जाता था।
कई अंतरराष्ट्रीय दिग्गज खिलाड़ियों ने अपने-अपने देशों के लिए आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में अपनी सीनियर टीम के लिए खेलने से पहले भाग लिया। इनमें से माइकल क्लार्क, शाकिब अल हसन, स्टीव स्मिथ, विराट कोहली, रोहित शर्मा और युवराज सिंह जैसे दिग्गजों समेत अन्य कई खिलाड़ी शामिल हैं। हालांकि दूसरी तरफ कई ऐसे भी युवा खिलाड़ी रहे, जो अपनी अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप की कामयाबी को आगे नहीं कायम रख पाए।
आज हम इसी क्रम में अपने आर्टिकल में उन 3 बड़े खिलाड़ियों का जिक्र करेंगे जो कि आईसीसी वर्ल्ड कप अंडर-19 विश्व कप में खूब चमके लेकिन आगे उमीदों के मुताबिक अच्छा करियर बनाने में नाकाम रहे।
2012 आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप खेलने वाले 3 खिलाड़ी जिनका करियर उम्मीद के मुताबिक शानदार नहीं रहा
#3 कैमरन बैनक्रॉफ्ट
कैमरन बैनक्रॉफ्ट ने आईसीसी अंडर-19 विश्व कप 2012 में 39.20 की औसत से 196 रन बनाए थे। बैनक्रॉफ्ट को ऑस्ट्रेलिया टीम में डेविड वॉर्नर के जोड़ीदार के रूप में मौके मिल रहे थे लेकिन बॉल टैंपरिंग केस में इनका नाम आ जाने के बाद इनका अंतरराष्ट्रीय करियर शुरू होते ही खत्म होने की कगार पर पहुँच गया। हालांकि, वह घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बना रहे हैं और जल्द ही उन्हें ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम में मौका मिल सकता है।
#2 समी असलम
पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी समी असलम 2012 और 2014 में हुए आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप का हिस्सा रह चुके हैं और 2014 टूर्नामेंट में तो उन्होंने पाकिस्तानी टीम की कप्तानी भी की थी। असलम को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के चलते चयनकर्ताओं ने उन्हें टेस्ट प्रारूप में बतौर ओपनर मौके दिए। उन्होंने 13 टेस्ट खेले और 31.58 की औसत से 758 रन बनाए। वहीं, 4 वनडे मैचों में 78 रन बनाये।
हालांकि उनका यह प्रदर्शन टीम में जगह बरकरार रखने के योग्य नहीं था और उन्हें बाहर कर दिया गया। इसके बाद, उन्होंने पाकिस्तानी क्रिकेट छोड़ दिया और अपने फैसले के पीछे पक्षपात को जिम्मेदार ठहराया। समी असलम अब अलग-अलग फ्रेंचाइजी लीग खेलते हैं।
#1 उन्मुक्त चंद
2012 अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की कप्तानी कर चुके उन्मुक्त चंद का नाम आपको लगभग हर क्रिकेट जानकार के मुंह से सुनने को मिल जाएगा। उन्मुक्त 2012 संस्करण में बेहतरीन कप्तानी करते हुए भारतीय टीम को ना केवल फाइनल तक ले गए थे बल्कि फाइनल में शतक जड़कर उन्होंने टीम को खिताबी जीत भी दिलाई थी। उस समय सभी क्रिकेट जानकार उन्हें आगामी भारतीय क्रिकेट का भविष्य मान रहे थे लेकिन वह मिले मौकों को भुनाने में असफल रहे। उन्होंने बाद में भारतीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया और अब यूएसए की टीम की तरफ से खेलने को तैयार हैं।