#2 मयंक अग्रवाल (3)
पिछले कुछ समय से भले ही ओपनिंग बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को प्लेइंग XI में मौका ना मिल रहा हो लेकिन इस बल्लेबाज ने इस टेस्ट चैंपियनशिप में जबरदस्त प्रदर्शन किया था और भारत के लिए शानदार पारियां खेली थी। मयंक ने इस टूर्नामेंट में 12 टेस्ट मैचों की 20 पारियों में 42.85 की औसत से 857 रन बनाये हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 3 शानदार शतकीय पारियतां देखने को मिली। अग्रवाल को खराब प्रदर्शन की वजह से ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शुरूआती मैचों के बाद ड्रॉप कर दिया गया था और उन्हें फिर दोबारा मौका नहीं मिला।
#1 रोहित शर्मा (4)
कुछ समय पहले तक हिटमैन रोहित शर्मा को सीमित ओवरों के प्रारूप में ही सफल बल्लेबाज माना जाता था। टेस्ट प्रारूप में रोहित के आंकड़े उतने शानदार नहीं थे और उन्हें टीम में जगह भी नहीं मिलती थी। हालांकि जब से रोहित शर्मा को बतौर ओपनर मौका मिला तब से उन्होंने अपने प्रदर्शन से लगातार सभी को प्रभावित किया है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत को पहुंचाने में रोहित का बहुत ही अहम योगदान रहा। रोहित ने इस टूर्नामेंट में 12 मैचों में की 19 पारियों में भारत के लिए सर्वाधिक 4 शतक जड़े हैं।