#1 विनोद कांबली
इस क्रिकेटर के भाग्य ने शायद इनका साथ नहीं दिया, नहीं तो आज के समय पर विनोद कांबली का नाम भी क्रिकेट जगत में सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के बाद शान से लिया जाता। विनोद कांबली ने अपने टेस्ट करियर की चौथी और पांचवी पारी में ही लगातार दो दोहरे शतक बनाए और हर किसी को हैरान कर दिया। इन पारियों के साथ ही कांबली को आने वाले समय में टेस्ट क्रिकेट का स्टार समझा जा रहा था लेकिन किसी को नहीं पता था कि इनका करियर भी ज्यादा लंबा नहीं चलेगा।
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कांबली ने अपने टेस्ट करियर में कुल 21 पारियां खेली हैं, जिनमें उन्होंने 54.20 की औसत से 1084 रन बनाए हैं। कांबली को 1995 में भारतीय टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया और फिर वह कभी भी वापसी नहीं कर सके। कांबली ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी मुंबई की ओर से खेलते हुए 59.20 की औसत से कुल 9965 रन बनाए हैं।