टेस्ट क्रिकेट शुरू होने के बाद भारतीय टीम ने ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। शुरूआती कुछ दशकों तक वेस्टइंडीज, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का दबदबा ही टेस्ट क्रिकेट में रहता था। भारतीय टीम में आजादी के बाद सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज खिलाड़ी आए लेकिन जीतने के लिए टीम को मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। एक कारण इसमें यह भी था कि बल्लेबाजों के अलावा गेंदबाज अपना ज्यादा योगदान नहीं दे पाते थे। बल्लेबाजी में पारंगत वे ज्यादा नहीं होते थे। टेस्ट क्रिकेट में टीम की बल्लेबाजी सिर्फ बल्लेबाजों के सहारे चलती थी। गेंदबाजों को बल्लेबाजी का मौका भी मिलता था तो रन नहीं आते थे।
धीरे-धीरे यह प्रथा बदलने लगी और भारतीय टीम में ऐसे गेंदबाज आने लगे जिन्हें बल्लेबाजी का थोमें ड़ा ज्ञान होता था। कुछ देर क्रीज पर टिकने की क्षमता के कारण टीम को भी सहारा मिलने लगा। एक बड़ा बल्लेबाज क्रीज पर हो और दूसरे छोर पर कोई गेंदबाज भी खेल रहा है और उसे रक्षाताम्क शॉट के अलावा कुछ तकनीक का कौशल हो, तो जमे हुए बल्लेबाज के लिए यह चीज फायदे का सौदा साबित हो सकती है। भारतीय टीम ने इस बदलाव के कारण कई मौकों पर टीम को मैच बचाने में भी मदद मिली। भारतीय गेंदबाजों ने क्रीज पर टिककर इस चीज को सफल बनाया। इस कड़ी में ऐसे गेंदबाज भी आए जो बल्लेबाजी करते हुए टिके रहे और रन बनाते रहे। इन बल्लेबाजों ने शतक भी जड़े और इस आर्टिकल में भी उन तीन भारतीय गेंदबाजों का जिक्र है जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में शतक जड़ा है।
टेस्ट क्रिकेट में शतक जड़ने वाले भारतीय
अजित अगरकर
इस खिलाड़ी ने शुरुआत में कई मौकों पर टेस्ट क्रिकेट में जीरो रन बनाया। तेज गेंदबाजी में सटीक इस गेंदबाज में बल्लेबाजी की भी क्षमता मानी जाती थी लेकिन ज्यादा सफलता नहीं मिली। 2002 के लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए दूसरी पारी में अजित अगरकर ने नाबाद 109 रन बनाए। यह उनका एकमात्र टेस्ट शतक था। भारत को उस मैच में 170 रन से हार का सामना करना पड़ा था। अजित अगरकर ने अपने करियर में 26 टेस्ट मैचों में शिरकत की थी।
अनिल कुंबले
जम्बो के नाम से मशहूर पूर्व भारतीय कप्तान ने टेस्ट क्रिकेट शुरू होने के कई सालों बाद शतक जड़ा। उम्र के साथ उनकी तकनीक में सुधार होता गया और इसे उन्होंने ढाल बनाते हुए शतक जड़ा। अनिल कुंबले ने भी इंग्लैंड के खिलाफ द ओवल में शतक जड़ा था। उन्होंने अपनी पारी में नाबाद 110 रन की पारी खेली थी। वह मुकाबला ड्रॉ के रूप में समाप्त हुआ था।
हरभजन सिंह
हरभजन सिंह वह खिलाड़ी है जिसने दो बार टेस्ट क्रिकेट में शतक जड़ा है। ख़ास बात यह भी है कि दोनों शतक न्यूजीलैंड के खिलाफ लगातार जड़े थे। 2010 में अहमदाबाद टेस्ट मैच की दूसरी पारी के दौरान 115 रन बनाए वाले हरभजन सिंह ने हैदराबाद में खेले गए अगले मैच में भी पहली पारी के दौरान नाबाद 111 रन की पारी खेली थी।