क्रिकेट में हर एक खिलाड़ी का सपना अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने देश के लिए खेलना होता है और कुछ खिलाड़ी कई सालों तक अच्छा करने के बाद टीम के कप्तान भी बन जाते हैं। हालांकि कई बार किसी युवा खिलाड़ी को यह मौका बहुत जल्दी मिल जाता है तो वहीं कुछ खिलाड़ियों को लम्बा इंतजार करना पड़ता है। हाल ही में शिखर धवन को लम्बे समय बाद कप्तानी का मौका मिला और वह वनडे में कप्तानी डेब्यू करने वाले सबसे ज्यादा उम्र के भारतीय खिलाड़ी बन गए।
क्रिकेट का कोई भी प्रारूप हो लेकिन कोई भी खिलाड़ी शून्य पर आउट नहीं होना चाहता है। आप में से कई लोग गोल्डन डक के बारे में जानते होंगे लेकिन कई लोग नहीं जानते होंगे। उनके लिए बताना चाहेंगे कि गोल्डन डक उसको कहते हैं जब कोई बल्लेबाज पहली ही गेंद पर बिना खाता खोले आउट हो जाता है। भारत के लिए अलग-अलग प्रारूपों में कई ऐसे कप्तान रहे जिन्हें जो पहली बार गोल्डन डक पर आउट हुए। इस आर्टिकल में हम उन तीन भारतीय कप्तानों का जिक्र करने जा रहे हैं जिन्होंने हर फॉर्मेट में पहली बार गोल्डन डक बनाया।
3 भारतीय कप्तान जिन्होंने हर फॉर्मेट में पहली बार गोल्डन डक बनाया
#टेस्ट : लाला अमरनाथ
भारत के लिए कप्तान के तौर पर टेस्ट प्रारूप में सबसे पहले गोल्डन डक पर आउट होने वाले खिलाड़ी लाला अमरनाथ थे। अमरनाथ 1 जनवरी, 1948 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में भारतीय टीम की पहली पारी में नंबर 5 पर बल्लेबाजी करते हुए पहली गेंद का सामना करते हुए सिड बार्न्स की गेंद पर एलबीडबल्यू आउट हो गए थे। इस तरह वो बतौर कप्तान भारत के लिए टेस्ट में गोल्डन डक पर आउट होने वाले पहले खिलाड़ी बने।
अमरनाथ ने भारत के लिए 15 टेस्ट में कप्तानी की और इस दौरान टीम को 2 में जीत तथा 6 में हार का सामना करना पड़ा। वहीं 7 मुकाबले ड्रॉ रहे।
#वनडे : सुनील गावस्कर
वनडे प्रारूप में भारत के लिए कप्तान के तौर पर सबसे पहले गोल्डन डक पर आउट होने वाले खिलाड़ी पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर हैं। गावस्कर 9 दिसंबर, 1980 को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए वनडे मैच में पहली ही गेंद पर आउट हो गए थे और इस तरह उन्होंने गोल्डन डक बनाया था। गावस्कर को हेडली ने वॉरेन लीस के हाथों कैच कराकर पवेलियन की राह दिखाई थी। इस मैच में भारत ने न्यूजीलैंड को 163 रन का टारगेट दिया था और 5 रन से रोमांचक जीत दर्ज की थी।
#टी20 : शिखर धवन
कल श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मुकाबले में शिखर धवन ने टी20 में बतौर कप्तान भारत के लिए पहला गोल्डन डक बनाया। शिखर चमीरा की गेंद पर डी सिल्वा को कैच थमा बैठे और पवेलियन लौट गए। इस मैच में भारत की निगाहें सीरीज जीत पर थी लेकिन बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन के कारण टीम 20 ओवर में 81 रन का स्कोर ही खड़ा कर पाई। इस लक्ष्य को श्रीलंका ने तीन विकेट खोकर आसानी से प्राप्त कर लिया।