Full Name | शिखर धवन (Shikhar Dhawan) |
Date of Birth | December 5, 1985 |
Nationality | भारतीय |
Height | 5 फीट 11 इंच |
Role | बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज, ऑफ़ स्पिन गेंदबाज |
Family | सुनेना धवन (मां), महेंद्र पाल धवन (पिता), श्रेष्ठा धवन (बहन), एषा मुखर्जी (पत्नी), जोरावर धवन(बेटा) |
Match | R | BF | 4s | 6s | S/R | O | R | W | E/R |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
PBKS vs RR | 17 | 12 | 2 | 1 | 141.67 | 0 | 0 | 0 | 0 |
DC vs PBKS | 0 | 1 | 0 | 0 | 0.00 | 0 | 0 | 0 | 0 |
PBKS vs DC | 7 | 5 | 0 | 1 | 140.00 | 0 | 0 | 0 | 0 |
PBKS vs KKR | 57 | 47 | 9 | 1 | 121.28 | 0 | 0 | 0 | 0 |
PBKS vs MI | 30 | 20 | 5 | 0 | 150.00 | 0 | 0 | 0 | 0 |
Game Type | Mat | Inn | R | BF | NO | Avg | S/R | 100s | 50s | H | 4s | 6s | Ct | St |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
ODIs | 167 | 164 | 6793 | 7436 | 10 | 44.11 | 91.35 | 17 | 39 | 143 | 842 | 79 | 83 | 0 |
TESTs | 34 | 58 | 2315 | 3458 | 1 | 40.61 | 66.94 | 7 | 5 | 190 | 316 | 12 | 28 | 0 |
T20Is | 68 | 66 | 1759 | 1392 | 3 | 27.92 | 126.36 | 0 | 11 | 92 | 191 | 50 | 19 | 0 |
T20s | 328 | 325 | 9628 | 7683 | 34 | 33.08 | 125.31 | 2 | 69 | 106 | 1088 | 223 | 132 | 0 |
LISTAs | 302 | 298 | 12074 | 0 | 23 | 43.90 | 0 | 30 | 67 | 248 | 0 | 0 | 149 | 0 |
FIRSTCLASS | 122 | 202 | 8499 | 0 | 10 | 44.26 | 0 | 25 | 29 | 224 | 0 | 0 | 120 | 0 |
Game Type | Mat | Inn | O | R | W | Avg | E/R | Best | 5w | 10w |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
ODIs | 167 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
TESTs | 34 | 5 | 9 | 18 | 0 | 0 | 2.00 | 0 | 0 | 0 |
T20Is | 68 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
T20s | 328 | 6 | 8 | 66 | 4 | 16.50 | 8.25 | 1/7 | 0 | 0 |
LISTAs | 302 | 0 | 45.2 | 249 | 9 | 27.66 | 5.49 | 2/22 | 0 | 0 |
FIRSTCLASS | 122 | 0 | 49.4 | 142 | 3 | 47.33 | 2.85 | 2/30 | 0 | 0 |
शिखर धवन के बारे में:
बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज और भारत के ओपनर शिखर धवन का जन्म 5 दिसंबर 1985 में दिल्ली में हुआ हुआ था।शिखर धवन भारतीय टीम में खेलने के साथ-साथ आईपीएल में दिल्ली और सनराइजर्स हैदराबाद के लिए भी खेल चुके हैं। शिखर धवन अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने कई यादगार पारियां भारत के लिए खेल कर छोटे फॉर्मेट में अपनी जगह पक्की की हैं।
पिछला जीवन:
शिखर मात्र 12 साल के थे जब उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया।शिखर ने तारक सिन्हा के तहत क्रिकेट प्रशिक्षित करने के लिए प्रतिष्ठित सोननेट क्लब में दाखिला लिया। तरक सिंहा के क्लब से पहले ही 12 दिग्गज खिलाड़ी निकल चुके हैं।शिखर ने विकेट किप्पर के तौर पर सोननेट क्लब में दाखिले लिया था। शिखर ने अंडर-16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी में दिल्ली के लिए खेले हुए उन्होंने बेहतरीन पारी खेलते हुए मात्र 9 इनिंग में 755 रन बनाए थे जिसमें से दो शतक भी मौजूद थे। शिखर पूरी क्षृंकला में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी रहे थे। अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से उन्होंने सबका दिल जीत लिया और उनकी बेहतरीन पर्फोमेंस की बदौलत उनको अंडर 17 एशिया कप जो सन् 2000-2001 में हुआ था उसमें उनको जगह मिली।
अक्टूबर 2001 में कूच बिहार ट्रॉफी के लिए दिल्ली अंडर 19 टीम में शिखर का चयन हुआ तब शिखर महज 15 साल के थे। सन् 2001-2002 में विजय हजारे ट्रॉफी में भी शिखर की बेहतरीन फॉर्म जारी रही जहां उन्होंने 282 रन बनाए। 2003 में पूरे उत्तर भारत अंडर-19 में शिखर का औसत 55 का था।
2004 में शिखर धवन का चयन अंडर -19 क्रिकेट विश्व कप में भारत के लिए हुआ था। पूरे विश्वकप में धवन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। सात पारियों से 505 रन का उनका कुल एक एकल अंडर -19 विश्व कप के लिए एक रिकार्ड है। उन्होंने 3 शतक और एक अर्धशतक इस श्रृंखला में अपने नाम किया था। धवन ने 2004 में दिल्ली की तरफ से आंध्रा के खिलाफ अपने प्रथम श्रेणी कैरियर की शुरुआत की। अपने पहले मैच में धवन ने 49 रन बनाए।उस साल दिल्ली की तरफ से धवन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे उस पूरे श्रृंखला में धवन ने 461 रन बनाए।
जनवरी 2005 में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ दिल्ली-ए से शिखर ने अपना डब्यू मैच खेला। शिखर के बेहतरीन फॉर्म की बदौलत शिखर को चैलेंजर ट्रॉफी मे इंडियन सीनियर टीम से खेलने का मौका मिला। 2006 में उड़ एशिया क्रिकेट टूर्नामेंट में इंडिया ए टीम से धवन खेले थे और पूरे टू्र्नामेंट मे सबसे रन बनाने वाले बल्लेबाज भी धवन थे।2007 एकदिवसीय रणजी ट्रॉफी में धवन दिल्ली के कप्तान रहे और उन्होंनें 161 रन उन टूर्नामेंट में बनाए।
2008 विजय हजारे ट्रॉफी में धवन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज थे।फिर रणजी ट्रॉफी में धवन ने 415 रन बनाए। 2010-11 में धवन ने 7 पारियों में 486 रन बनाए। फिर 2011 इरानी ट्रॉफी में राजस्थान के खिलाफ धवन में 177 और 155 रन बना कर मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का आगाज:
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धवन ने वनडे कैरियर की शुरुआत की। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 वनडे मैच की सीरीज में धवन को चुना गया लेकिन धवन अपने पहले मैच की दूसरी गेंद पर बिना खाता खोले आउट हो गए। धवन की खराब फॉर्म के बावजूद भी उनको 2011 के वेस्टइंडीज दौरे के लिए चुना गया जहां उन्होनें अपने टी-20 कैरियर की शुरुआत की जहां वो कुल 5 रन बना कर आउट हो गये। धवन ने अपने पहले एकदिवसीय मैच में ही अपना पहला अर्धशतक बनाया जहां उन्होने कुल 51 रन बनाए।
जब सितारे बुलंदियों पर थे:
2013 में मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धवन ने अपने टेस्ट कैरियर की शुरुआत की। धवन ने 187 रन की शानदार पारी खेली। उन्होंने मात्र 83 गेंदो पर ही अपना शतक पूरा किया जो की टेस्ट कैरियर की शुरुआत पर किसी भी बल्लेबाज द्वारा बनाए जाने वाला सबसे तेज शतक था। शिखर की बुलंदियों के दरवाजे खुलते गये और उनकी आईपीएल की बेहतरीन फॉ्र्म ने 2013 आइसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी में उनकी जगह पक्की हो गई। यही नहीं शिखर पूरी श्रृंखला में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे और मैन ऑफ द सीरीज का खिताब भी शिखर नें अपने नाम किया।शिखर ने अपना पहला एकदिवसीय शतक साउथ अफ्रीका के खिलाफ जडा।
2013 में शिखर ने दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ भारत ए के लिए 150 गेंदों में 248 रन बनाए जिसमें 30 चौके के साथ 7 छक्के शामिल थे।
जब शिखर का आया बुरा दौर:
दिसंबर 2013 का भारत साउथ अफ्रीका दौरा शिखर के लिए बुरा वक्त लाया था...साउथ अफ्रीका दौरे में धवन के बल्ले से रन निकलने मुश्किल हो रहे थे साथ ही साथ धवन के टेस्ट टीम की जगह पर भी काले बादल मंडराने लगे थे।
शिखर की खराब फॉर्म का दौर यही नहीं समाप्त हुआ। 2014 के एशिया कप में भी उनकी खराब फॉर्म और परफॉर्मेंस जारी रही और न्यूजीलैंड के खिलाफ शिखर रन लगाने में कामयाब नही हो पाए फिर 2014 आईसीसी टी-20 विश्वकप में भी उनकी खराब परफॉर्मेंस का सिलसिला जारी रहा जिसका खामियाजा उनको इंडियन टीम में अपनी जगह गवा कर भुगतना पड़ा।
शिखर की ये खराब परफॉर्मेंस रणजी ट्रॉफी में भी जारी रही।
क्लब कैरियर:
2008 में दिल्ली के लिए आईपीएल डेब्यू करने वाले शिखर मुंबई इंडियंस के अलावा डेक्कन चार्जर्स के लिए भी खेल चुके हैं. जबकि सनराइजर्स के साथ वो 2013 में जुड़े थे.जो अब सनराइजर्स हैदराबाद के नाम से जानी जाती है। 2013 में वह सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान भी रह चुके हैं 2016-17 में धवन ने इंडियन प्रीमियर लीग में काफी नाम कमाया 2016 में धवन ने 501 रन बनाकर बनाए जबकि 2017 में 469 रन और आईपीएल में अब तक धवन 3500 रन बना चुके हैं.. जिससे इंडियन क्रिकेट टीम में ओपनर के लिए धवन पहली पसंद बने।
कप्तानी:
उन्होंने रणजी ट्रॉफी में दिल्ली टीम की कमान संभाली और सनराइजर्स हैदराबाद की भी कमान संभाल चुके हैं।
शिखर के रिकॉर्ड:
शिखर धवन ने कई रिकॉर्ड अपने नाम कर रखे हैं। धवन इकलौते ऐसे प्लेयर हैं जिनको आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में लगातार दो बार गोल्डन बैट मिला। 2013 में वह आईसीसी वर्ल्ड इलेवन का भी हिस्सा रहे और 2013, 2014 सीजन में ही उन्होंने सिएट इंटरनेशनल प्लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड का खिताब अपने नाम किया।