भारत में क्रिकेट को धर्म माना जाता है और सचिन तेंदुलकर को 'क्रिकेट के भगवान' का दर्जा दिया गया है। भारतीय क्रिकेटरों को जहां पूरे देश में प्रशंसक हैं वहीं विदेशों में भी उनके प्रशंसकों की कमी नहीं है।
क्रिकेट भारत में सबसे ज्यादा बहस करने योग्य मुद्दों में से एक है। यह 90 के दशक के बाद से सबसे अधिक चर्चित विषयों में से एक रहा है और तब से इसमें कोई कमी नहीं आयी है।
दुनियाभर के क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए भारत सबसे पसंदीदा देश है क्योंकि यहां उन्हें भरपूर प्यार और प्रशंसा मिलती है। वहीं भारतीय खिलाड़ियों की बात करें तो उन्हें भी देश-विदेश में भरपूर प्यार मिला है और उनके प्रशंसक देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी हैं।
तो आज हम नज़र डालेंगे ऐसे तीन खिलाड़ियों पर जो दुनियाभर में सबसे ज़्यादा लोकप्रिय हैं:
#3. युवराज सिंह
युवराज सिंह एक फाइटर खिलाड़ी हैं। उन्होंने मैदान पर ही नहीं बल्कि मैदान से बाहर भी कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को मात दी है। टी-20 विश्व कप 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में छह छक्के लगाकर इतिहास रच दिया था। इसके बाद उनकी लोकप्रियता चरम-सीमा पर पहुंच गई और भारत में ही नहीं बल्कि इंग्लैंड में भी उनके प्रशंसकों की गिनती बढ़ गई।
युवी ने इसके बाद विश्व कप 2011 में बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन करते हुए 28 साल बाद भारत को विश्व विजेता बनाने में सूत्रधार की भूमिका निभाई थी। इसके अलावा अपनी शानदार फील्डिंग से युवी ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में एक खास जगह बनाई है और इसलिए पूरी दुनिया में उनके लाखों प्रशंसक मौजूद हैं। युवराज जब कैंसर के इलाज के लिए बोस्टन के एक अस्पताल में भर्ती थे, तब अमेरिका के महान साइकिलिस्ट लांस आर्मस्ट्रोंग ने एक ख़त भेजकर उनके जल्दी ठीक होने की कामना की थी।
#2. राहुल द्रविड़
क्रिकेट में शायद ही राहुल द्रविड़ के जैसा कोई 'जेंटलमैन' हो। अपने शांत रवैये, मजबूत तकनीकी क्षमता और टीम को संकट से निकालने जैसी विशेषताओं के कारण उन्हें दुनियाभर से क्रिकेट प्रेमियों का प्यार मिला है।
उन्होंने टीम के लिए हर किरदार बखूबी निभाया। चाहे विकेटकीपिंग हो, मध्य क्रम को मजबूती प्रदान करने की बात हो या फिर कप्तान की ज़िम्मेवारी, राहुल द्रविड़ ने भारतीय टीम के लिए हर भूमिका शानदार तरीके से निभाई है। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी द्रविड़ क्रिकेट से जुड़े रहे।
वह वर्तमान में भारतीय ए और अंडर -19 क्रिकेट टीम की कोचिंग में व्यस्त हैं। उन्हीं के मार्गदर्शन में इस साल भारत ने अंडर-19 विश्व कप जीता है। वह हमेशा लाइटलाइट से दूर रहना पसंद करते हैं लेकिन क्रिकेटरों की नई पीढ़ी का उत्कृष्ट मार्गदर्शन करने का श्रेय उन्हें ही जाता है। उनसे कोचिंग लेने वाले ऋषभ पंत, पृथ्वी शॉ और खलील अहमद जैसे खिलाड़ी आज राष्ट्रीय टीम का हिस्सा हैं और ज़बरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं।
#1. सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के महानतम बल्लेबाज़ों में से एक, सचिन तेंदुलकर की उपलब्धियों का वर्णन करना आसान नहीं है। 'क्रिकेट के भगवान' उपनाम से जाने जाते मास्टर ब्लास्टर ने लगभग दो दशकों तक भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की उम्मीदों का भार अपने कंधों पर ढोया है।
वह 100 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले पहले और एकमात्र क्रिकेट खिलाड़ी हैं। अगर यह कहा जाए कि क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ाने में सचिन का बेहद अहम किरदार है तो गलत नहीं होगा। दुनिया के किसी भी कोने में मैच हो, स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने हमेशा उनके लिए ताली बजाई है और आउट होने पर हर क्रिकेट प्रशंसक ने खड़े होकर उन्हें विदाई दी है।
वह इस पीढ़ी के ही नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत बने रहेंगे। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है। सचिन समय-समय पर सामाजिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेते रहते हैं, जिससे यह साबित होता है कि वह एक अच्छे खिलाड़ी होने के साथ-साथ अच्छे इंसान भी हैं।