भारतीय टीम (Indian Team) ने टी20 क्रिकेट में आने के बाद से नए झंडे उस समय गाड़े जब टीम ने पहले ही टी20 वर्ल्ड कप में जीत हासिल की। पाकिस्तान (Pakistan) को फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने पराजित करते हुए ख़िताब अपने नाम किया था। इस वर्ल्ड कप के बाद भारतीय टीम को एक दशक से ज्यादा समय से टी20 वर्ल्ड कप हासिल करने का मौका नहीं मिला। हालांकि टीम एक बार फाइनल में जरुर गई लेकिन वहां श्रीलंका से हार का सामना करना पड़ा।
टी20 क्रिकेट आने के बाद भारत ने कई धाकड़ खिलाड़ी विश्व क्रिकेट को दिए और आईपीएल जैसी शानदार लीग में भी प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मौका मिला। कई धुरंधर खिलाड़ी आईपीएल में खेलने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय टीम के लिए खेलकर गए। इन सबके बावजूद कुछ खिलाड़ी ऐसे रहे जिन्हें भारतीय टीम में ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला। वे सिर्फ एक बार टी20 मैच खेलने के लिए मैदान पर उतरे और इसके बाद कभी नहीं खेले।
भारतीय खिलाड़ी जिन्होंने खेला एक टी20 अंतरराष्ट्रीय
दिनेश मोंगिया
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टीम ने सबसे पहले टी20 मैच खेला था और इसे फिनिश करते हुए दिनेश कार्तिक ने भारत को जीत दिलाई थी। दिनेश मोंगिया उस मैच में खेले थे और 45 गेंद में 38 रन बनाए। मोंगिया ने 4 चौके और एक छक्का जड़ा। यह उनका टी20 डेब्यू था और उसके बाद वह फिर से भारतीय टीम के लिए टी20 क्रिकेट में खेलते हुए नजर नहीं आए।
सचिन तेंदुलकर
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टीम के पहले टी20 मैच में सचिन तेंदुलकर भी खेले थे। बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 10 रन का योगदान दिया। गेंदबाजी में भी सचिन ने एक विकेट हासिल किया था। सचिन तेंदुलकर का यह पहला और आखिरी टी20 मुकाबला साबित हुआ। इसके बाद वह फिर कभी टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए मैदान पर नहीं उतरे।
राहुल द्रविड़
भारतीय टीम ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण काफी पहले किया था लेकिन द्रविड़ को मौका 2013 में हुए मैनचेस्टर टी20 में मिला। द्रविड़ का यह पहला और अंतिम टी20 था और उन्होंने इसे यादगार बना दिया। उन्होंने 21 गेंदों का सामना करते हुए 31 रन बनाए। द्रविड़ ने समित पटेल के एक ही ओवर में लगातार तीन छक्के जड़े, इस वजह से द्रविड़ की यह पारी यादगार बन गई।