भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने समय-समय पर दुनिया भर के फैन्स का दिल जीतने का काम किया है। भारतीय टीम में हर प्रारूप में कोई न कोई ऐसा खिलाड़ी जरुर निकलकर आया है। टेस्ट क्रिकेट के बाद धीरे-धीरे छोटे प्रारूप में भारतीय टीम ने अपना नाम किया और विश्व क्रिकेट में अलग पहचान भी बनाई। भारतीय खिलाड़ियों के धाकड़ प्रदर्शन के बगैर टीम का रुतबा अलग स्तर पर होने के बारे में कभी नहीं सोचा जा सकता है।
भारतीय टीम के खिलाड़ियों विश्व के हर कोने में जाकर दर्शकों का मनोरंजन करने के साथ ही क्रिकेट का सम्मान भी बनाए रखने का काम किया है। यही कारण है कि कई भारतीय खिलाड़ी वर्ल्ड के हर कोने में पसंद किये जाते हैं। उनकी शालीनता और शांत स्वभाव के साथ ही बल्लेबाजी और खेल की समझ को अहमियत देते हुए विश्व भर में उन्हें सलाम किया जाता है। भारतीय टीम जहाँ भी जाती है, फैन्स उनकी एक झलक पाने को बेताब रहते हैं। बड़े टूर्नामेंट के दौरान यह ज्यादा होता है। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, श्रीलंका आदि देशों में भारतीय टीम के खिलाड़ियों को ख़ासा पसंद किया जाता है। इस आर्टिकल में तीन ऐसे भारतीय खिलाड़ियों का जिक्र किया गया है जिन्हें विदेशों में भी पसंद किया जाता है।
भारतीय टीम के 3 खिलाड़ी जिन्हें विदेश में पसंद किया जाता है
महेंद्र सिंह धोनी
क्रिकेट में अपनी समझ और हेलीकॉप्टर शॉट के आविष्कारक महेंद्र सिंह धोनी को विदेशों में खासा पसंद किया जाता है। धोनी के पोस्टर और बैनर लेकर लोग मैदान पर पहुँचते हैं। उनके शांत स्वभाव और उम्दा कप्तानी के अलावा धाकड़ बल्लेबाजी को विश्व भर में एक अलग पहचान मिली। धोनी के चाहने वाले विश्व के हर कोने में मिल जाएँगे।
राहुल द्रविड़
भारतीय क्रिकेट की दीवार राहुल द्रविड़ को लोग आज भी याद करते हैं। टेस्ट क्रिकेट में बेहतरीन तकनीक वाले राहुल द्रविड़ ने वनडे में भी दर्शकों का खासा मनोरंजन किया। यही कारण है कि संन्यास के बाद भी विश्व क्रिकेट में उन्हें याद किया जाता है। दर्शक भी उनकी तकनीक के कायल हैं। द्रविड़ को भी विश्व के हर कोने में प्रेम मिला।
सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के हर रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाने वाले सचिन तेंदुलकर के फैन्स विश्व भर में आज भी देखे जा सकते हैं। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में हुए बुशफायर रिलीफ मैच में सचिन तेंदुलकर के लिए दर्शकों में पउत्साह देखा गया था। टेस्ट और वनडे दोनों में महान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का खेल और सादगी संन्यास के बाद भी याद की जाती है।