क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में सलामी बल्लेबाजों का काफी अहम रोल होता है। सलामी बल्लेबाज अगर अच्छी शुरुआत टीम को दे देते हैं तो फिर पूरी टीम का एक मोमेंटम सेट हो जाता है और फिर उसके जीतने के आसार भी काफी बढ़ जाते हैं। इसलिए सलामी बल्लेबाजों के ऊपर काफी जिम्मेदारी होती है।
क्रिकेट इतिहास में अभी तक कई दिग्गज सलामी बल्लेबाज हुए हैं। सचिन तेंदुलकर, वीरेंदर सहवाग, सईद अनवर, मैथ्यू हेडन, ग्रीम स्मिथ ये सभी अपने जमाने के जबरदस्त सलामी बल्लेबाज रहे हैं। किसी भी खिलाड़ी के लिए ओपनिंग बल्लेबाजी के काफी मायने होते हैं। ओपनिंग करने की वजह से बल्लेबाजों के पास रन बनाने के लिए काफी समय होता है। इसी वजह जो बल्लेबाज ओपनर रहे हैं, उनके ज्यादा रन रहे हैं।
रोहित शर्मा और वीरेंदर सहवाग आज इतने बड़े बल्लेबाज ना होते अगर सही समय पर उनको ओपनर बल्लेबाज ना बनाया जाता। इसीलिए आज हम आपको भारतीय टीम के ऐसे 3 खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो अगर ओपनिंग करते तो काफी रन बना सकते थे।
3 भारतीय बल्लेबाज जिन्हें अगर ओपनिंग का मौका मिलता तो कई रिकॉर्ड बना सकते थे
3.सुरेश रैना
![सुरेश रैना](https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/896a4-15903937096636-800.jpg?w=190 190w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/896a4-15903937096636-800.jpg?w=720 720w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/896a4-15903937096636-800.jpg?w=640 640w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/896a4-15903937096636-800.jpg?w=1045 1045w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/896a4-15903937096636-800.jpg?w=1200 1200w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/896a4-15903937096636-800.jpg?w=1460 1460w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/896a4-15903937096636-800.jpg?w=1600 1600w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/896a4-15903937096636-800.jpg 1920w)
सुरेश रैना मध्यक्रम के जबरदस्त बल्लेबाज हैं। उन्होंने मध्यक्रम में आकर भारत के लिए कई बेहतरीन पारियां खेली हैं। रैना ने कई मैचों में अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के दम पर भारतीय टीम को जीत दिलाई है। सुरेश रैना ने अपने करियर में 226 वनडे मुकाबले खेले, जिसमें उन्होंने 5615 रन बनाए हैं। इस दौरान रैना ने 5 शतक और 36 अर्धशतक लगाए हैं।
सुरेश रैना जिस तरह के बल्लेबाज हैं, उसे देखते हुए कह सकते हैं कि अगर वो ओपनिंग करते तो शायद काफी ज्यादा रन बना सकते थे। वो टीम को तेज शुरआत दे सकते थे और आज उनके वनडे में काफी ज्यादा रन होते और वो कई कीर्तिमान अपने नाम कर सकते थे।
2.अंबाती रायडू
![अंबाती रायडू](https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/66fc3-15903939057807-800.jpg?w=190 190w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/66fc3-15903939057807-800.jpg?w=720 720w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/66fc3-15903939057807-800.jpg?w=640 640w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/66fc3-15903939057807-800.jpg?w=1045 1045w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/66fc3-15903939057807-800.jpg?w=1200 1200w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/66fc3-15903939057807-800.jpg?w=1460 1460w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/66fc3-15903939057807-800.jpg?w=1600 1600w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/66fc3-15903939057807-800.jpg 1920w)
अंबाती रायडू के अंदर प्रतिभा की कोई कमी नहीं है लेकिन वो उस हिसाब से प्रदर्शन नहीं कर पाए। अंबाती रायडू एक बेहतरीन क्रिकेटर हैं और अगर उन्हें ओपनिंग का मौका मिलता तो वो भी काफी रन बना सकते हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण हमें आईपीएल में देखने को मिला था, जब 2018 के सीजन में उन्होंने सलामी बल्लेबाज के तौर पर कई जबरदस्त पारियां खेली थीं। इसके अलावा भारतीय टीम की तरफ से भी उन्होंने एक बार ओपनिंग की थी, जिसमें उन्होंने 57 रनों की पारी खेली थी।
रायडू ने 55 वनडे मैच खेले, जिसमें 47 की औसत से 1694 रन बनाए। वो हमेशा टीम से अंदर-बाहर होते रहे हैं। कह सकते हैं कि अगर उन्हें लगातार ओपनिंग करने का मौका मिलता तो वो आज रनों के मामले में काफी आगे होते और शायद कई रिकॉर्ड भी उनके नाम होते
1.युवराज सिंह
![युवराज सिंह एक जबरदस्त फिनिशर टीम के लिए साबित हुए](https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/7d06f-15903940086792-800.jpg?w=190 190w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/7d06f-15903940086792-800.jpg?w=720 720w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/7d06f-15903940086792-800.jpg?w=640 640w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/7d06f-15903940086792-800.jpg?w=1045 1045w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/7d06f-15903940086792-800.jpg?w=1200 1200w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/7d06f-15903940086792-800.jpg?w=1460 1460w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/7d06f-15903940086792-800.jpg?w=1600 1600w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/05/7d06f-15903940086792-800.jpg 1920w)
युवराज सिंह ने वैसे तो अपने करियर में मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हुए कई मैच भारतीय टीम को जिताए हैं। मिडिल ऑर्डर बैटिंग की जब बात होगी तो युवराज सिंह का नाम जरुर लिया जाएगा। युवराज ने अपने वनडे करियर में कुल 8701 रन बनाए, वो भी मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हुए। इससे पता चलता है कि वो कितने बड़े बल्लेबाज थे।
हालांकि अगर युवराज को ओपनिंग को मौका मिलता तो शायद आज दुनिया के कई बड़े कीर्तिमान उनके नाम होते। इस बात की कोई गारंटी नहीं कि एक मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज ओपनर के तौर पर सफल हो सकता है लेकिन रोहित शर्मा और सहवाग जैसे खिलाड़ियों का उदाहरण हमारे सामने है।
यहीं नहीं साल 2004 में 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य मोहिंदर अमरनाथ ने भी पाकिस्तान के खिलाफ एक टेस्ट मैच में युवराज सिंह के ओपनिंग करने की वकालत की थी। उन्होंने तब बयान दिया था कि युवराज और सहवाग को पाकिस्तान के खिलाफ रावलपिंडी टेस्ट मैच में ओपनिंग करना चाहिए।