भारतीय टीम (Indian Team) ने ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ जिस तरह का कौशल दूसरे टेस्ट मैच में दिखाया, उससे समझा जा सकता है कि इस टीम के खिलाड़ियों में कितनी गहराई है। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने सोचा भी नहीं होगा कि भारतीय टीम इस तरह इतना जल्दी बाउंस बैक करते हुए मुकाबले में जीत हासिल करेगी। भारतीय टीम ने एकजुट होकर सामूहिक प्रयास किया और ऑस्ट्रेलिया की टीम को पराजित कर दिया। मुख्य खिलाड़ियों के बिना इस तरह का खेल दिखाकर भारतीय टीम ने एक बार फिर से अपनी उपयोगिता साबित कर दी है। इस टीम की यही खासियत है।
बतौर कप्तान अजिंक्य रहाणे ने आगे से लीड करते हुए बल्लेबाजी में टीम की जरूरत के मुताबिक़ खेल दिखाया। उसके बाद कप्तानी में बेहतर फैसले लेते हुए हर एक रणनीति का निष्पादन बेहतर तरीके से लागू किया। रहाणे मैदान पर एकदम शांत होकर खड़े रहते हैं, ऐसे में उनके मन में क्या चल रहा होता है, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल हो जाता है। भारतीय टीम में कुछ खिलाड़ी लगातार फ्लॉप हुए हैं। ऐसे में अगले मैच के लिए नए खिलाड़ी देखने को मिल सकते हैं। दूसरे टेस्ट में भी कुछ बदलाव हुए थे। तीसरे टेस्ट के लिए भी कुछ खिलाड़ी भारतीय टीम का हिस्सा हो सकते हैं।
नवदीप सैनी
इस धाकड़ गेंदबाज ने अभ्यास मैच में बेहतरीन गेंदबाजी की थी। इसे देखते हुए टीम में उन्हें स्थान मिल सकता है। उमेश यादव चोटिल हो गए हैं इसलिए सैनी के डेब्यू करने के आसार बढ़ जाते हैं। रवि शास्त्री ने पहले ही कहा है कि हम पांच गेंदबाजों के साथ जाने की रणनीति से पीछे नहीं हटेंगे, ऐसे में सैनी उमेश का विकल्प हो सकते हैं।
केएल राहुल
हनुमा विहारी पिछले दोनों मैचों में फ्लॉप रहे हैं। मध्यक्रम में भारतीय टीम को एक मजबूत बल्लेबाज की जरूरत भी है। हालिया सफेद गेंद फॉर्म को देखते हुए राहुल को मैदान पर उतारने का विकल्प है। केएल राहुल के पास ऑस्ट्रेलिया में खेलने का अनुभव भी है। उन्हें अंतिम इलेवन में शामिल किया जा सकता है।
रोहित शर्मा
सबसे बड़ा नाम रोहित शर्मा का है, को अगले टेस्ट में खेल सकते हैं। मयंक अग्रवाल चार पारियों में फ्लॉप रहे हैं। ऐसे में रोहित शर्मा को बतौर ओपनर उतारकर तूफानी शुरुआत के लिए जाया जा सकता है। दूसरी तरफ शुभमन गिल भी तेज खेलते हैं। नई गेंद पर प्रहार करने की रणनीति से ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों पर दबाव बनाया जा सकता है। रोहित को उछाल और गति वाली पिचों पर खेलना पसंद है।