Name | कन्नूर लोकेश राहुल |
Born | April 18, 1992 |
Nationality | India |
Height | 5 फुट 11 इंच |
Family | डॉ केएन लोकेश (पिता), राजेश्वरी लोकेश (मां) |
Role | दाएं हाथ के बल्लेबाज, विकेटकीपर |
Match | R | BF | 4s | 6s | S/R | O | R | W | E/R |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
IND vs AUS | 9 | 12 | 1 | 0 | 75.00 | 0 | 0 | 0 | 0 |
AUS vs IND | 75 | 91 | 7 | 1 | 82.42 | 0 | 0 | 0 | 0 |
AUS vs IND | 20 | 71 | 1 | 0 | 28.17 | 0 | 0 | 0 | 0 |
IND vs SL | 7 | 6 | 1 | 0 | 116.67 | 0 | 0 | 0 | 0 |
SL vs IND | 64 | 103 | 6 | 0 | 62.14 | 0 | 0 | 0 | 0 |
Game Type | Mat | Inn | R | BF | NO | Avg | S/R | 100s | 50s | H | 4s | 6s | Ct | St |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
ODIs | 53 | 51 | 1954 | 2244 | 8 | 45.44 | 87.07 | 5 | 13 | 112 | 150 | 45 | 31 | 2 |
TESTs | 47 | 81 | 2642 | 5116 | 2 | 33.44 | 51.64 | 7 | 13 | 199 | 318 | 18 | 54 | 0 |
T20Is | 72 | 68 | 2265 | 1628 | 8 | 37.75 | 139.12 | 2 | 22 | 110 | 191 | 99 | 23 | 1 |
T20s | 203 | 190 | 6792 | 4960 | 31 | 42.71 | 136.93 | 6 | 59 | 132 | 570 | 288 | 93 | 8 |
LISTAs | 103 | 101 | 3880 | 4835 | 12 | 43.59 | 80.24 | 9 | 25 | 131 | 311 | 75 | 67 | 6 |
FIRSTCLASS | 90 | 150 | 6501 | 11947 | 5 | 44.83 | 54.41 | 17 | 31 | 337 | 817 | 50 | 92 | 0 |
Game Type | Mat | Inn | O | R | W | Avg | E/R | Best | 5w | 10w |
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ODIs | 53 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
TESTs | 47 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
T20Is | 72 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
T20s | 203 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
LISTAs | 103 | 3 | 3.3 | 42 | 1 | 42.00 | 12.00 | 1/23 | 0 | 0 |
FIRSTCLASS | 90 | 9 | 28 | 83 | 0 | 0 | 2.96 | 0 | 0 | 0 |
कन्नूर लोकेश राहुल एक लोकप्रिय भारतीय क्रिकेटर हैं। उनका जन्म 18 अप्रैल 1992 को कर्नाटक के बेंगलुरु में हुआ था। वह मुख्य रूप से भारतीय क्रिकेट टीम के साथ अपने राज्य कर्नाटक के लिए दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज के रूप में खेलते हैं।
वह कभी-कभी विकेट कीपिंग भी करते हैं। वह 2017 में श्रीलंका के खिलाफ पल्लेकेले में 85 रन बनाने के बाद लगातार सात टेस्ट अर्द्धशतक बनाने वाले एकमात्र भारतीय बल्लेबाज हैं।
राहुल ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआ रणजी ट्रॉफी में कर्नाटक के लिए खेलते हुए हैदराबाद के खिलाफ की थी। उन्होंने 2010 के आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और छह पारियों में 143 रन बनाए थे।
उन्हें अगले सत्र के लिए कर्नाटक टीम से बाहर कर दिया गया था। हालांकि, 2012-13 के सत्र में उन्होंने फिर वापसी की। 2013-14 के सत्र में उन्होंने 1033 रन बनाए। वह टूर्नामेंट में सबसे अधिक रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए। उनके प्रदर्शन के दम पर कर्नाटक ने रणजी ट्रॉफी का खिताब जीत लिया था। इस प्रदर्शन के दम पर वह 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ जुड़ गए थे।
राहुल के 2014-15 की दिलीप ट्रॉफी में प्रदर्शन ने उन्हें दिसंबर 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम में जगह दिला दी। उन्होंने आखिरकार रोहित शर्मा की जगह पर मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में डेब्यू किया। उन्होंने टेस्ट मैच की दोनों पारी में फ्लॉप साबित होते हुए तीन और एक रन बनाए।
हालांकि, सिडनी में हुए अगले टेस्ट मैच में राहुल ने शानदार 110 रन बनाकर टीम में अपनी दावेदारी मजबूत की थी। उस मैच में उन्होंने कप्तान विराट कोहली के साथ 141 रनों की साझेदारी की थी।
श्रीलंका में फिर खराब प्रदर्शन की वजह से उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। उस दौर में उन्होंने छह पारियों में महज 126 रन बनाए, जबकि सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में उन्होंने 108 रन बनाए थे।
2016 में जिम्बाब्वे दौरे के लिए राहुल का फिर भारतीय टीम में चयन किया गया। 11 जून को हरारे में खेले अपने पहले अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच में उन्होंने नाबाद 100 रन बनाए थे।
उसके बाद उन्हें 2016 में वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम में लिया गया। वहां जमैका में उन्होंने टेस्ट मैच में बेहतरीन शतक जमाकर 158 रन बनाए। यही नहीं, वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पहले मैच में वह शतक लगाने वाले पहले सलामी बल्लेबाज बन गए।
इसके बाद उन्होंने लॉडरहिल में अपने चौथे टी-20 मैच में 51 गेंदों पर शतक जमा दिया था। हालांकि, भारत केवल एक रन से यह मैच हार गया था।
कुछ चोटों के बाद उन्हें क्रिकेट से दूर रहना पड़ा। राहुल ने अंतत: अपने देश की धरती पर पहला शतक लगाकर वापसी की। उन्होंने दिसंबर 2016 में चेन्नई में हुए टेस्ट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ दमदार प्रदर्शन किया था। वह दोहरे शतक के करीब नजर आ रहे थे लेकिन एक गलत शॉट खेलने की वजह से वह 199 रन पर ही आउट हो गए थे।
2017 में भारत के श्रीलंका दौरे के दौरान लोकेश राहुल को चौथे नंबर पर एक्सपेरिमेंट के तौर पर खिलाने की कोशिश की गई थी। इस पोजिशन पर तीन मैचों में वह महज 28 रन ही बना पाए थे, जो बहुत गलत हुआ। उसके बाद से वह भारतीय वनडे टीम से बाहर हो गए थे।
सनराइजर्स हैदराबाद के लिए 2014 और 2015 में वह कुछ कमाल नहीं दिखा सके। लोकेश राहुल को 2016 में टूर्नामेंट से पहले रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर में स्थानांतरित किया गया था। तब उनका आईपीएल सीजन 44.11 के औसत और 146 के स्ट्राइक रेट के साथ 397 रन था। उन्होंने अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाने में मदद की, जहां उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने हराया था।
जब केएल राहुल ने टी-20 मैच में शतक जमाया था तो वह इस प्रारूप में सबसे तेज शतक जमाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज थे।
वर्तमान में उनके पास क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में शतक लगाने का सबसे तेज रिकॉर्ड है।