2.मनोज तिवारी
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 50 की औसत से खेलने वाले मनोज तिवारी को टीम इंडिया के लिए खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिले। उन्हें टीम इंडिया में चुना तो जाता लेकिन ज्यादातर मौकों पर उन्हें बेंच पर बैठाकर रखा जाता था। साल 2008 में डेब्यू करने वाले मनोज तिवारी कभी भी टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए और अंदर-बाहर होते रहे।
मनोज तिवारी ने भारत के लिए 12 वनडे और 3 टी20 मुकाबले खेले। उनके नाम वनडे में एक शतक भी दर्ज है। इसके अलावा वो एक बेहतरीन फील्डर भी थे। कई मौकों पर उन्होंने अपनी बेहतरीन फील्डिंग का नमूना पेश किया। अगर मनोज तिवारी को लगातार मौके मिलते तो शायद वो भारतीय टीम के मिडिल ऑर्डर की समस्या को दूर कर सकते थे। उनके अंदर इतनी काबिलियत थी।
Edited by Prashant Kumar