एशिया कप (Asia Cup 2022) में भारतीय टीम (Indian Cricket Team) का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी में टीम का सफर सुपर 4 में ही खत्म हो गया। सात बार की चैंपियन भारतीय टीम 2014 के बाद पहली बार फाइनल में पहुंचने में नाकाम रही। भारतीय टीम के इस प्रदर्शन का मुख्य कारण कुछ प्रमुख खिलाड़ियों का वक्त पर फॉर्म में न आना माना जा रहा है।
एशिया कप के बाद ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर से शुरू हो रहे टी-20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम का ऐलान हो चुका है। वर्ल्ड कप के लिए अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया रवाना होने वाली इस टीम में कुछ ऐसे खिलाड़ी भी शामिल है जिनका प्रदर्शन एशिया कप में कुछ खास नहीं रहा। इस आर्टिकल में आज हम ऐसे ही 3 खिलाड़ियों की बात करेंगे जो एशिया कप में सामान्य प्रदर्शन के बावजूद अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया के लिए भारतीय टीम के साथ रवाना होंगे।
इन 3 खिलाड़ियों को एशिया कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद वर्ल्ड कप के लिए चुना गया है
#1 युजवेंद्र चहल
एशिया कप से पहले टी20 में भारत की ओर से सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे युजवेंद्र चहल का प्रदर्शन सामान्य रहा। उन्होंने चार मुकाबलों में 31.75 की औसत और 7.94 की इकॉनमी से मात्र 4 विकेट हासिल किए, जिसमें से तीन विकेट उन्होंने एक ही मुकाबले में चटकाए थे।
चहल जिस दर्जे के खिलाड़ी हैं बेशक उन्होंने एशिया कप उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया मगर सिर्फ कुछ मैचों की असफलता के कारण उनकी प्रतिभा को कम नहीं आंका जा सकता है। यही कारण है कि सामान्य प्रदर्शन के बावजूद उन्हें टी20 वर्ल्ड कप के स्क्वाड में चुना गया है।
#2 ऋषभ पंत
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत जिस प्रकार के बल्लेबाज हैं उसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि वह अपने दम पर मैच का रुख बदलने में माहिर हैं। हालाँकि उन्हें टी20 में अभी तक भारत के लिए सफलता नहीं मिली है लेकिन उनकी अकेले दम पर मैच जिताने की काबिलियत से सभी वाकिफ हैं। यही कारण है कि उन्हें लगातार टी20 टीम में बतौर मुख्य विकेटकीपर बल्लेबाज शामिल किया जा रहा है।
ऋषभ पंत ने इस एशिया कप के 4 मुकाबलों में 25.50 की औसत से मात्र 51 रन बनाए। इसके बावजूद उन्हें टी20 वर्ल्ड कप की टीम में बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज शामिल किया गया है।
#3 अर्शदीप सिंह
युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह विकेटों के मामले में भले ही अब तक ज्यादा प्रभावित न कर पाए हों लेकिन डेथ ओवरों के दौरान वह काफी प्रभावशाली रहते हैं। एशिया कप में अर्शदीप ने पांच मुकाबलों में मात्र 5 विकेट चटकाए हैं, मगर पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ आखिरी ओवर में उनकी सटीक डेथ गेंदबाजी को देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह आने वाले समय में अनुभवी होने पर और अच्छा करेंगे।
भारत के पास बाएं हाथ का कोई भी तेज गेंदबाज नहीं है। ऐसे में अर्शदीप सिंह को डेथ ओवरों में सटीक गेंदबाजी और बाएं हाथ का होने के नाते टी20 वर्ल्ड कप में मौका दिया गया है।