ऋषभ पंत भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं, जो इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली कैपिटल्स, जो पूर्व में दिल्ली डेयरडेविल्स के नाम से जानी जाती थी, के लिए खेलते हैं। पंत बाएं हाथ के बल्लेबाज और विकेटकीपर हैं। उनका जन्म उत्तराखंड के रुड़की में 4 अक्टूबर 1997 को हुआ था।
इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 22 अक्टूबर 2015 को दिल्ली के साथ अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने अपना पहला लिस्ट-ए मैच 23 दिसंबर को खेला था। पंत ने खुद को काबिल क्रिकेटर तब साबित किया, जब 2016 के अंडर-19 वर्ल्डकप में उन्होंने 15 गेंदों पर 50 रन बनाए थे।
अंडर -19 विश्वकप में यह विकेटकीपर-बल्लेबाज सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक था। उन्होंने टूर्नामेंट में भारत को फाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। पंत ने छह मुकाबलों में 267 बनाए। इसमें दो अर्धशतक और एक शतक शामिल थे।
2016 में अंडर-19 वर्ल्डकप के बाद पंत को आईपीएल की दिल्ली डेयरडेविल्स टीम ने नीलामी में 1.9 करोड़ रुपये में खरीद लिया था। उन्होंने अपने पहले सीजन के 10 मैचों में 130 के स्ट्राइक रेट से 198 रन बनाए थे। उन्होंने अगले सीजन में खुद के स्कोरिंग रेट में सुधार किया और 165.61 के औसत से 366 रन बना डाले।
उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ आईपीएल सीजन 2018 था, जिसमें उन्होंनें एक शतक और पांच अर्धशतक जमाकर कुल 684 रन बनाए थे। उन्होंने 173 के स्ट्राइक रेट से अपने रन बनाए और टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी साबित हुए।
इस विस्फोटक बल्लेबाज का नाम इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के लिए भारतीय टी-20 के संभावितों में रखा गया था। उन्हें सीरीज के तीसरे मैच में 1 फरवरी 2017 को डेब्यू करने का मौका मिला। बेंगलुरु में हुए मैच में पंत टी-20 में खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी थे। हालांकि, बाद में यह कीर्तिमान उनसे वॉशिंगटन सुदर ने छीन लिया था।
उन्होंने अब तक भारत के लिए 18 टी 20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और उनमें 302 रन बनाए हैं। इंग्लैंड दौरे के लिए उन्हें भारतीय टी-20 टीम में नहीं चुना गया था, जिसे आईपीएल 2018 के मध्य में घोषित किया गया था।
2016 के अंडर-19 विश्वकप में पंत का 18 गेंदों पर जड़ा गया अर्धशतक सबसे तेज है। 2016-17 रणजी ट्रॉफी में महाराष्ट्र के खिलाफ 308 रन की पारी खेलकर वह प्रथम श्रेणी स्तर पर तिहरा शतक बनाने वाले केवल चौथे सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बन गए। इस बार के रणजी ट्रॉफी सीजन में पंत ने झारखंड के खिलाफ 45 गेंदों पर शतक लगाया, जो टूर्नामेंट में सबसे तेज शतक था।