भारतीय टीम में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में कई दिग्गज खिलाड़ियों को खेलते हुए देखा गया है। इन खिलाड़ियों को महेंद्र सिंह धोनी से भी ज्यादा अनुभव रहा है। कुछ खिलाड़ी इनमें ऐसे भी थे जो भारतीय टीम की कप्तानी भी कर चुके थे। महेंद्र सिंह धोनी इनके सामने एकदम नए ही थे। समय के साथ महेंद्र सिंह धोनी का अनुभव भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बढ़ता गया और कप्तान बनने के बाद उनका भी एक कद बना। भारतीय टीम में खिलाड़ियों के चयन से लेकर अंतिम ग्यारह तक में महेंद्र सिंह धोनी की भूमिका खासी रही।
युवराज सिंह, गौतम गंभीर जैसे कई दिग्गज धोनी की कप्तानी में टीम से अंदर-बाहर होते रहे हैं। दूसरी तरह आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स में धोनी के साथ खेलने वाले कई खिलाड़ी भारतीय टीम के लिए खेलकर जा चुके हैं। मोहित शर्मा और मनप्रीत गोनी का नाम इनमें प्रमुख है। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में ऐसा भी देखा गया कि दिग्गज खिलाड़ी चुपचाप संन्यास लेकर चले गए और उन्हें विदाई मैच तक नहीं मिला। वनडे क्रिकेट में ऐसा कई खिलाड़ियों के साथ होते देखा गया है। उनमें से तीन खिलाड़ियों का जिक्र इस आर्टिकल में किया गया है।
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में संन्यास लेने वाले भारतीय दिग्गज
सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी और भगवान माने जान वाले सचिन तेंदुलकर को वनडे क्रिकेट में विदाई मैच नहीं दिया गया था। उन्होंने अपना अंतिम वनडे मैच मार्च 2012 के एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ ढाका में खेला था। धोनी की कप्तानी में वे खेल रहे थे। इसके बाद उन्हें टीम में नहीं लिया गया। यह भी सामने नहीं आया कि सचिन तेंदुलकर की चयनकर्ताओं से क्या बात हुई। उन्होंने चुपचाप दिसम्बर 2012 को संन्यास की घोषणा कर सभी को चौंका दिया।
वीरेंदर सहवाग
सचिन तेंदुलकर के साथ खेलने वाले दिग्गज भारतीय खिलाड़ी वीरेंदर सहवाग के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था। टेस्ट क्रिकेट में दो तिहरे शतक और वनडे में दोहरे शतक जड़ने वाले सहवाग भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ियों में गिने जाते हैं। जनवरी 2013 में ढाका में पाकिस्तान के खिलाफ अंतिम वनडे खेलने वाले सहवाग ने कुछ साल इंतजार किया लेकिन उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया। 20 अक्टूबर 2015 को उन्होंने संन्यास की घोषणा कर दी।
जहीर खान
इस दिग्गज के वर्ल्ड कप 2003 और 2011 में गेंदबाजी के प्रदर्शन को कौन भूल सकता है। उन्होंने पल्लेकेले में श्रीलंका के खिलाफ अपना अंतिम वनडे मैच खेला था। इसके बाद कुछ साल इंतजार किया और 2015 में क्रिकेट से संन्यास लिया। जहीर एक महान खिलाड़ी थे इसमें कोई शक नहीं है। धोनी की कप्तानी में संन्यास लेने वाले ये तीसरे दिग्गज थे। खास बात यह है कि तीनों लम्बे समय तक सौरव गांगुली की कप्तानी में खेले थे।